कटारिया और डोटासरा में तीखी नोक-झोंक, सदन में लंपी बीमारी को लेकर भिड़े
राजस्थान विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में लंपी रोग के नियंत्रण को लेकर विपक्ष की ओर से उठाए गए सवाल पर हंगामा हुआ. हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और गोविंद सिंह डोटासरा के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई.
Jaipur: राजस्थान विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में लंपी रोग के नियंत्रण को लेकर विपक्ष की ओर से उठाए गए सवाल पर हंगामा हुआ. हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और गोविंद सिंह डोटासरा के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. स्पीकर सीपी जोशी ने मामले को शांत कराया.
दरअसल, सदन में भाजपा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने प्रदेश में लंबी रोग पर नियंत्रण की कार्य योजना को लेकर सवाल पूछा. जवाब में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि जैसे ही प्रदेश में लंपी रोग की पुष्टि हुई तो मुख्यमंत्री ने 30 करोड़ तुरंत पशुपालन विभाग को दिए. इसके साथ ही 45 लाख की औषधि भारत सरकार से खरीद की अनुमति मिली. इसमें 35 लाख की वैक्सीन मिल चुकी है. सवाल में हस्तक्षेप करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि अगर भारत सरकार लंपी रोग को राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं करती है तो क्या राज्य सरकार प्रभावित पशुपालकों को मुआवजा देने का विचार रखी है क्या?
इसी बीच गोविंद सिंह डोटासरा ने खडे होकर कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय आपदा घोषित क्यों नहीं करेगी? इसे लेकर डोटासरा और कटारिया के बीच तीखी नोकझोंक हुई और सदन में हंगामा शुरू हो गया. डोटासरा ने कहा कि सदन में मुझे भी बोलने का अधिकार है, कटारिया हर सवाल पर कैसे खड़े हो जाते हैं, 5 मिनट तक हंगामे के शोर-शराबे के दौरान विपक्ष वेल में आने लगा तो स्पीकर सीपी जोशी ने मामले को शांत कराया.
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