Jaipur: प्रदेश में इस साल मानसून ने लोगों को जमकर तरसाया था. देश में मानसून ने करीब 4 दिन पहले दस्तक तो दे दी लेकिन राजस्थान की सीमा तक पहुंचने में इसको काफी समय लगा. राजस्थान में इस साल मानसून करीब 8 जिलों की देरी से 30 जून को दस्तक दी लेकिन ये देरी राजस्थान में कई रिकॉर्ड तोड़ने के लिए थी.


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जुलाई 2022 में राजस्थान में जब मानसून जमकर बरसा और मानसून की बारिश ने पिछले 66 सालों का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. इस साल जुलाई महीने में राजस्थान में कुल 270 एमएम बारिश दर्ज की गई, जो औसत 161.1 एमएम से करीब 67 फीसदी से ज्यादा रही. इससे पहले साल 1956 में राजस्थान में सबसे ज्यादा जुलाई महीने में 308.7 एमएम बारिश दर्ज की गई थी.


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राजस्थान में बारिश का पिछले 66साल का टूटा रिकॉर्ड
जुलाई महीने में इस साल अब तक 270 MM बारिश दर्ज
औसत 161.4 MM बारिश का हर साल आंकड़ा
हर साल के आंकड़े से इस साल अब तक 67 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज
इससे पहले 1956 में जुलाई महीने में 308.7 MM बारिश हुई थी दर्ज
साल 2021 में जुलाई में 130.8 MM बारिश रिकॉर्ड की गई थी दर्ज
प्रदेश में साल 2002 जुलाई में सबसे कम 7.2 MM बारिश की गई थी दर्ज
साल 2002 में महज 175.6 MM बारिश की गई थी दर्ज
पिछले 122 सालों में राजस्थान में जुलाई में दर्ज प्रमुख बारिश
साल 1956 में 308.7 MM, साल 1908 में 288 MM
साल 1943 में 281.6 MM,साल 2022 में 270 MM
साल 2015 में 262.3 MM, साल 2017 में 252.3 MM बारिश की गई दर्ज


राष्ट्रीय मौसम विभाग की ओर से इस साल पहले ही पूरे देश के साथ ही राजस्थान में करीब 99 फीसदी से ज्यादा बारिश की संभावना जताई थी और मानसून की दस्तक के साथ ही ये संभावना भी पूरी होते हुई नजर आई.


जुलाई महीने में मानसून की बारिश की अगर बात की जाए तो इस दौरान कोटा में सबसे ज्यादा 513.4 एमएम बारिश दर्ज की गई, जो औसत से 92 फीसदी ज्यादा रही. पूर्वी राजस्थान के 16 जिलों में जुलाई महीने में 300 एमएम से ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इस दौरान श्रीगंगानगर में औसत से 235 फीसदी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई हालांकि इतनी बारिश के बाद भी सवाई माधोपुर और भरतपुर में औसत से कम बारिश दर्ज की गई है.


प्रदेश में इस साल जुलाई महीने में बारिश की जमकर मल्हार
33 में से 31 जिलों में जमकर बरसे बादल
श्रीगंगानगर में सबसे ज्यादा औसत से 235 फीसदी बारिश की गई दर्ज
तो वहीं कोटा में सबसे ज्यादा 513.4 एमएम बारिश की गई दर्ज
पूर्वी राजस्थान के 16 जिलों में जुलाई महीने में 300 एमएम से ज्यादा बरसा पानी
अजमेर 309.2 एमएम, अलवर 258.6 एमएम, बांसवाड़ा 436.5 एमएम
बारां 402.5 एमएम, भरतपुर 183.4 एमएम, भीलवाड़ा 344.6 एमएम
बूंदी 317.2 एमएम, चित्तौड़गढ़ 373.4 एमएम, दौसा 275.8 एमएम
धौलपुर 281.8 एमएम, डूंगरपुर 306.4 एमएम, जयपुर 301.4 एमएम
झालावाड़ 494.9 एमएम, झुंझनूं 234.9 एमएम, करौली 246.7 एमएम
कोटा 513.4 एमएम, प्रतापगढ़ 367.4 एमएम, राजसमंद 320.4 एमएम
सवाई माधोपुर 223.3 एमएम, सीकर 286.9 एमएम, सिरोही 413.5 एमएम
टोंक 325.3 एमएम, उदयपुर 366.1 एमएम, बीकानेर 135.1 एमएम
बाड़मेर 239.7 एमएम, चूरू 287.5 एमएम, हनुमानगढ़ 165 एमएम
जैसलमेर 166.2 एमएम, जालोर 267.3 एमएम, जोधपुर 264 एमएम
नागौर 290.5 एमएम, पाली 271.3 एमएम, श्रीगंगानगर 252.3 एमएम


30 जून को प्रदेश में मानसून ने दस्तक दी और मानसून का पहले दौर प्रदेश में जमकर बरसा तो वहीं अब 3 अगस्त से मानसून के दूसरे दौर की शुरूआत होने की संभावना है और दूसरे दौर में भी मौसम विभाग ने भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना जताई है.ऐसे में लगता है कि इस साल प्रदेश में मानसून की बारिश और भी कई रिकॉर्ड तोड़ती हुई नजर आएगी.


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