Who will be new head of  PHED : वैसे तो राजनीति में पारा हर वक्त गर्म रहता है, लेकिन इन दिनों में प्रदेश के पीएचईडी विभाग में राजनीति का पारा सबसे हाई है. जलदाय विभाग में चीफ इंजीनियर्स के साथ साथ दूसरे पदों के लिए डीपीसी होगी, जिस पर आरपीएससी चैयरमैन 29 सितंबर को अंतिम मुहर लगाएंगे, लेकिन इससे पहले दावेदारी की लॉबिंग और सोशल इंजीनियरिंग शुरू हो गई है, जिसके लिए पीएचईडी के डीओपी सेक्रेट्री एसीएस सुबोध अग्रवाल अजमेर जाएंगे. डीपीसी की तस्वीर साफ होगी. इससे पहले 21 सितंबर को डीपीसी होनी थी, लेकिन वो मीटिंग स्थगित हो गई.


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किसको मिलेगी कुर्सी


बता दें कि चीफ इंजीनियर्स की दो सीटों के लिए इस साल डीपीसी होनी है.पैनल में एडिशनल चीफ इंजीनियर हुकुमचंद वर्मा, केडी गुप्ता, देवराज सौलंकी और रिटार्यड एडिशनल चीफ इंजीनियर मुकुल भार्गव का नाम है. रिव्यू डीपीसी मुकुल भार्गव के केस में होगी. उन्हें रिटायरमेंट के बाद चीफ इंजीनियर की कुर्सी का लाभ मिलेगा. चीफ की कुर्सी में सबसे बड़ी दावेदारी एडिशनल चीफ इंजीनियर हुकुमचंद वर्मा की है. 


गौरतलब है कि, हुकुमचंद वर्मा, देवराज सौलंकी से सीनियर है.और अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं में एससी कोटे से सबसे सीनियर है.देवराज सौलंकी हुकुमचंद से जूनियर है. हालांकि सौलंकी का 2020 की डीपीसी में नाम आया था.लेकिन उस समय सौलंकी चीफ इंजीनियर नहीं बन पाए थे. वहीं, मुकुल भार्गव 31 अगस्त को रिटार्यड हो चुके है.ऐसे में उन्हें रिटायरमेंट के बाद डीपीसी का लाभ मिल सकता है.


एडिशनल चीफ के ये भी है दावेदार


अगर बात की जाए असल उम्मीदवारी की तो मैकेनिकल में अधीक्षण अभियंता शुभांशु दीक्षित का नाम दौड़ में सबसे आगे है. हालांकि उदयभानू माहेश्वरी के रिश्वतकांड के बाद उनके बारे में कोई सुगबुगाहट नहीं है. इसलिए जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक प्रमोशन हो सकता. फिलहाल इस  सिविल इंजीनियर्स में अधीक्षण अभियंता राजीव गुरतू,ऋषि शर्मा,भवराराम चौधरी, पूरण चंद भिंडा,बलराम शर्मा,अजय सिंह राठौड का नाम दौड़ में चल रहे हैं.


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रिव्यू में पलट सकता है पासा
सरकार रिव्यू डीपीसी करेगी,जिसमें रिटायर्ड हो चुके एडिशनल चीफ इंजीनियर मुकुल भार्गव को फायदा मिलेगा.मुकुल भार्गव इसी साल 31 अगस्त को रिटार्यड हो गए है. इसके बाद देवराज सौलंकी सीनियर एडिशनल चीफ इंजीनियर होंगे और पोस्ट खाली होने का फायदा सौलंकी को मिल सकेगा. केडी गुप्ता चीफ इंजीनियर रेस में बाहर हो जाएंगे, लेकिन सबसे बडी बात ये है कि केडी गुप्ता को बिना डीपीसी किए इस साल पहले ही चीफ इंजीनियर बनाया गया है, लेकिन रिव्यू डीपीसी के बाद गुप्ता चीफ इंजीनियर की कुर्सी छोड़कर एडिशनल चीफ इंजीनियर की कुर्सी पर बैठना होगा.