Jaisalmer news: जैसलमेर में डेजर्ट नेशनल पार्क के सुरक्षित क्षेत्र में गोडावण की आवारा श्वानों के हमले से मृत्यु हो गई थी. जिससे जैसलमेर सहित पूरे देश के वन्यजीव प्रेमियों में भारी रोष देखने को मिला.


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पर्यावरण व वन्यजीव प्रेमियों का यह गुस्सा सोशल मीडिया पर ट्विटर ट्रेंड के रूप में #गोडावण_बचाओ नाम से बुधवार व गुरुवार को जारी रहा. बुधवार को रात 10 बजे के करीब ट्विटर पर यह सम्पूर्ण भारत में शीर्ष तीसरे नम्बर पर ट्रेंड बनकर भी मौजूद रहा.


 #गोडावण_बचाओ 
राजस्थान की जनता का अपने राज्यपक्षी गोडावण के प्रति यह प्रेम और उसे बचाने की सोशल मीडिया के माध्यम से वनविभाग व प्रशासन से अपील का यह पहला मौका था. इसमें देश दुनिया में बैठे लोगों ने भी अपने ट्वीट किये. जानकारों ने बताया कि इससे पहले 1979 में अरब शेखों द्वारा जैसलमेर में गोडावण के शिकार के विरुद्ध जयपुर में जनता ने रैली निकाली थी, जिसके बाद सरकार को गोडावण संरक्षण और डेजर्ट नेशनल पार्क के निर्माण पर गम्भीर होना पड़ा था.
आवारा श्वानों के हमले से गोडावण की मृत्यु
 सोशल मीडिया पर दुनिया के दुर्लभतम पक्षियों में शामिल राजस्थान के राज्यपक्षी और उसके पर्यावास ओरणो घास मैदानों को बचाने, वन्यजीवों को आवारा कुत्तों से बचाने की इस ट्रेंड मुहिम का नेतृत्व जैसलमेर व जोधपुर के पर्यावरण प्रेमियों राधेश्याम बिश्नोई,श्रवण पटेल,जगदीश पुनिया, सुमेर सिंह भाटी साँवता, भोपाल सिंह झलोड़ा, पार्थ जगाणी ने किया.


ट्विटर (X) पर अभियान
आपको बताा दें की गोडावण पक्षी राजस्थान का राज्य पक्षी है. लेकिन पूरे देश की बात करें तो गोडावण पक्षी की संख्या बहोत कम है. जो की एक समस्या का व चिंता का विषय है. जिसे लेकर राजस्थान बीते कुछ दिनों से ट्विटर (X) पर #गोडावण_बचाओ अभियान चलाया जा रहा है. 


वन्यजीव प्रेमियों में भारी रोष
दरअसल, जैसलमेर में आवारा श्वानों के हमले से गोडावण पक्षी की मृत्यु हो रही है. जिसे लेकर वन्यजीव प्रेमियों में भारी रोष साफ देखा जा सकता है. 


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