Rajasthan News: लोकसभा चुनाव को लेकर अंतिम चरण का मतदान भी संपन्न हो गया है. ऐसे में अब सभी की निगाहें कल 4 जून पर टिकी हैं. जब मतगणना के बाद झालावाड़-बारां लोकसभा सीट के प्रत्याशियों के भी किस्मत का फैसला होगा. झालावाड़ बारां लोकसभा सीट पर ऐसे तो 7 प्रत्याशी मैदान में रहे, लेकिन सीधी टक्कर भाजपा प्रत्याशी दुष्यंत सिंह तथा कांग्रेस प्रत्याशी उर्मिला जैन के बीच ही रहेगी. 


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झालावाड़-बारां लोकसभा सीट बीते 35 सालों से भाजपा के कब्जे में है. निवर्तमान सांसद और भाजपा प्रत्याशी लगातार पांचवीं बार इस सीट से चुनाव लड़े हैं. भारतीय जनता पार्टी इस बार भी परिणाम को लेकर पूरी तरह आत्मविश्वास से लबरेज है. झालावाड़ के पॉलिटेक्निक कॉलेज में स्थापित स्ट्रांग रूम में 26 अप्रैल को मतदान के बाद से ही ईवीएम मशीनें त्रि-स्तरीय पहरे में कैद हैं. 


कल 4 जून को पॉलिटेक्निक कॉलेज में सुबह 8:00 बजे से मतगणना शुरू होगी. जिसे लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी अजय सिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रशासन द्वारा संपूर्ण तैयारी कर ली गई है. सुबह 8:00 बजे पोस्टल बैलेट की गिनती होगी. जिसके पास 8:30 बजे से ईवीएम मशीनों से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. लोकसभा क्षेत्र की कुल 8 विधानसभा क्षेत्र के वोटो की गिनती के लिए आठ मतगणना कक्ष तथा पोस्टल बैलट की गिनती के लिए दो मतगणना कक्ष निर्धारित किए गए हैं. 


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मतगणना हेतु कुल 137 मतगणना दलों का विधानसभावार रेंडमाइजेशन किया गया है, जो 14 लाख 15 हजार 420 वोटों की गिनती करेंगे. प्रत्येक मतगणना कक्ष में 12-12 टेबल लगाई जाएगी, जिस पर 280 कार्मिक वोटों की गणना करेंगे. जिला निर्वाचन अधिकारी अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए मतगणना स्थल पर एसी तथा कूलर की व्यवस्थाएं की गई हैं. जिससे मतगणना के दौरान कार्मिकों को परेशानी का सामना ना करना पड़े. 


लोकसभा क्षेत्र की आठों विधानसभा सीटों पर 21 से 26 राउंड में मतगणना होगी. झालरापाटन विधानसभा सीट पर सर्वाधिक 26 राउंड में मतगणना संपूर्ण होगी. मतगणना के दौरान परिसर के अंदर तथा बाहर 1200 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. परिणाम की घोषणा के बाद विजय जुलूस पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी. 35 वर्षों से भाजपा का कब्जा रहा है.  झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पर वर्ष 1989 से ही भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. 


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कांग्रेस पार्टी द्वारा यहां प्रत्याशियों को बदलकर कई प्रयोग किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली. 1989 से 2004 तक वसुंधरा राजे सांसद रही. 2004 से 2019 तक लगातार चार बार वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह जीत हासिल कर लोकसभा का प्रतिनिधित्व करते आए हैं और इस बार लगातार पांचवीं बार भी भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं. आंकड़ों के मुताबिक झालावाड़-बारां लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी का मजबूत गढ़ है. 


वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी उर्मिला जैन को वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भी दुष्यंत सिंह ने शिकस्त दी थी. वर्ष 2014 में कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया तथा 2019 में प्रमोद शर्मा को करारी शिक्षा दी थी. 2019 के परिणामों की बात की जाए, तो दुष्यंत सिंह ने 4 लाख 53 हजार 928 वोटों से भारी भरकम जीत हासिल की थी. 


 



ऐसे में इस बार भी परिणाम की बात की जाए तो भारतीय जनता पार्टी परिणामों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है. फलोदी सट्टा बाजार के मुताबिक तो प्रदेश की सबसे मजबूत भाजपा सीटों में झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पहले नंबर पर है. बहरहाल अब सबकी निगाहें कल 4 जून के परिणामों पर टिकी हैं. जब ईवीएम मशीनों के खुलने के साथ ही प्रत्याशियों की किस्मत का भी फैसला हो जाएगा.