Vinod Tawde Video: कौन हैं विनोद तावड़े, जो महाराष्ट्र में कैश फोर वोट में फंसे; क्या है काले बस्ते में रखी उस लाल डायरी का सच?
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Vinod Tawde Video: कौन हैं विनोद तावड़े, जो महाराष्ट्र में कैश फोर वोट में फंसे; क्या है काले बस्ते में रखी उस लाल डायरी का सच?

Vinod Tawde: महाराष्ट्र में मतदान से सिर्फ एक दिन पहले उस समय हलचल मच गई जब बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) ने भाजपा के दिग्गज नेता विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगाया. इसके अलावा उनके कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ऐसे में जानिए कौन हैं विनोद तावड़े. 

Vinod Tawde Video: कौन हैं विनोद तावड़े, जो महाराष्ट्र में कैश फोर वोट में फंसे; क्या है काले बस्ते में रखी उस लाल डायरी का सच?

Vindo Tawde: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव कल यानी 20 नवंबर को होने हैं लेकिन इससे पहले राज्य की सिसायत में एक बड़ी घटना घट गई है. वोटिंग से महज़ एक दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर लोगों को पैसे बांटने के आरोप लगे हैं. इसके कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. विनोद तावड़े पर पार्टी के नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार राजन नाइक को बांटने के लिए 5 करोड़ रुपये लेकर पहुंचने का आरोप लगाया गया. यह घटना विरार ईस्ट के होटल विवांता की बताई जा रही है, जहां विनोद तावड़े ने भाजपा के राजन नाइक के साथ मीटिंग आयोजित की थी. इस संबंध में उनके खिलाफ FIR भी दर्ज हो गई है.

जैसे ही मीटिंग आगे बढ़ी तो स्थानीय विधायक क्षितिज ठाकुर के नेतृत्व में बीवीए कार्यकर्ता उस जहग घुस आए और आरोप लगाया कि वोटर्स को प्रभावित करने के लिए पैसे बांटे जा रहे हैं. बीवीए कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि भाजपा कैश के जरिए आगामी चुनाव परिणामों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है. सोशल मीडिया पर उनके कई वीडियो वायरल हो रहे हैं. इस मामले में अब कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां खुलकर सामने आ गई हैं और भाजपा पर चुनावों को प्रभावित करने के आरोप लगा रही हैं. ये सब हम आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि विनोद तावड़े कौन हैं और कैसा उनका सियासी सफर रहा. पिछले चुनाव जिस नेता का भाजपा ने टिकट काट दिया था आखिर वो इस बार के चुनाव में कैसे एक मजबूत और जिम्मेदार चेहरा बनकर खड़ा हुआ है.

विनोद तावड़े ने छात्र नेता के तौर पर की शुरुआत:

विनोद तावड़े के सियासी करियर ने नजर डालें तो उन्होंने छात्र नेता के तौर पर शुरुआत की थी. विनोद तावड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में एक छात्र कार्यकर्ता रहे हैं. विनोद तावड़े 1980 में ABVP के लिए काम करना शुरू किया था. इसके 8 साल बाद उन्हें साल 1988 में वो ABVP के महासचिव बने. 1994 में उन्होंने पूर्ण रूप से भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की वो प्रमोद महाजन और नितिन गडकरी जैसे दिग्गज चेहरों के साथ रहकर आगे बढ़े. पार्टी के लिए जबरदस्त मेहनत करने के 4 साल बाद उन्हें मुंबई भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया. एक जानकारी के मुताबिक विनोद तावड़े सबसे कम उम्र में मुंबई भाजपा के अध्यक्ष बने थे. 

लगभग खत्म हो गया था विनोद तावड़े का सियासी सफर

इसके बाद पार्टी ने विनोद तावड़े को साल 2008 में विधान परिषद भेजने का फैसला किया और 2011 तक वो इस पद पर बने रहे. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें मैदान में उतार दिया और बोरीवली सीट से टिकट दिया. इस चुनाव में उन्होंने जबरदस्त जीत हासिल की और राज्य की विधानसभा में पहुंच गए. 2014 की महाराष्ट्र सरकार में विनोद तावड़े को स्कूली शिक्षा, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा से संबंधित मंत्रालय दिए गए थे. हालांकि यह कार्यकाल पूरा होने के बाद विनोद तावड़े के लिए सियासी संकट पैदा हो गया था. 

भाजपा में फिर कैसे बनाई जगह:

दरअसल 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी विनोद तावड़े का टिकट काट दिया था और बोरीवली सीट से उनकी जगह पर एक नए उम्मीदवार सुनील राणे को टिकट दिया था. अपने टिकट कटने पर विनोद तावड़े ने सब्र नहीं खोया और कहा कि मैं देखूंगा कि मुझसे क्या गलती हुई है और सुधार करूंगा. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी कोई गलती कर रही है तो उसे भी सुधार करना होगा. इस मौके पर कहा जा रहा था कि विनोद तावड़े का सियासी सफर लगभग खत्म हो गया. हालांकि ऐसा नहीं था, पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर लाकर अगले ही साल राष्ट्रीय सचिव बना दिया. इसके बाद अगले साल यानी 2021 में उन्हें पार्टी ने प्रमोशन देते हुए महासचिव का पद दे दिया. इतना ही नहीं जब बिहार में नीतीश कुमार की जेडीयू भाजपा का दामन छोड़कर चले गए थे तो उन्हें वापस NDA का हिस्सा बनाने में भी तावड़े का ही किरदार था.

कांग्रेस ने किया हमला:

पैसे बांटने वाली घटना पर कांग्रेस ने अपने आधिकारिक X हेंडल से पोस्ट करते हुए लिखा,'BJP के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े महाराष्ट्र के एक होटल में पैसे बांटते हुए पकड़े गए हैं. विनोद तावड़े बैग में भरकर पैसे लेकर गए थे और वहां पर लोगों को बुला-बुलाकर पैसे बांट रहे थे. ये खबर जब जनता को पता चली तो भारी हंगामा हो गया. पैसों के साथ विनोद तावड़े के कई वीडियो सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र में वोटिंग होने वाली है उससे ठीक पहले BJP के नेता पैसों के दम पर चुनाव को प्रभावित करने में लगे हैं. इसमें कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े-बड़े नेता तक शामिल हैं. चुनाव आयोग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.'

'सत्ता और संसाधनों का नंगा नाच'

इसके अलावा कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी भाजपा पर हमला बोला. श्रीनेत ने कहा कि वीडियो में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े हैं, वीडियो में दिख रहा है कि काले रंग के बैग में एक डायरी है जिसमें 15 करोड़ का विवरण है और 5 करोड़ कैश उनके पास से मिला है. चुनाव प्रचार थम जाने के बाद कोई भी किसी चुनावी इलाके में नहीं रह सकता और विनोद तावड़े विरार पूर्वी के इलाके में क्या कर रहे थे? ये पैसा कहां बांटा जा रहा है? सत्ता और संसाधनों का नंगा नाच करते हुए हमने बीजेपी और उसके घटक दलों को महाराष्ट्र में कई बार देखा है चुनाव आयोग अब क्या करेगा क्या मूक दर्शक बना बैठा रहेगा.

भाजपा ने बताया निराधार आरोप:

इस संबंध में भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा,'महाराष्ट्र में एमवीए की तरफ से अंतिम प्रयास के रूप में एक निराधार आरोप लगाया गया है. विनोद तावड़े हमारे राष्ट्रीय सचिव हैं और पार्टी के कई कार्यों को देख रहे हैं. (नालासोपारा) निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार ने उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए कहा था. वह पास से गुजर रहे थे इसलिए उन्होंने सहमति जाहिर की. इस तरह की मीटिंग्स पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदान प्रक्रिया के बारे में निर्देश देने के लिए की जाती हैं. हम जोर देते हैं कि होटल और आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी की जांच की जाए. 5 करोड़ रुपये जेब में नहीं लाए जा सकते अगर कोई इसे ले जा रहा होगा तो यह दिखाई देगा. उन्हें सबूत दिखाना चाहिए और बेबुनियाद आरोप नहीं लगाने चाहिए.'

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