Jhunjhunu NEWS: राजस्थान के झुंझुनूं जिलें के सूरजगढ़ में कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसके बाद सूरजगढ़ नगरपालिका की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए है. क्या सूरजगढ़ में लंबे समय से जमे बैठे अधिकारी निष्पक्षता के साथ चुनाव करवा पायेगें  यह भी  एक सवाल खड़ा हो गया है.
दरअसल आचार संहिता लागू होने के करीब 15 घंटे पहले रात को सूरजगढ़ नगरपालिका ने नियमों का उलघंन करते हुए, कार्यालय को ही पूर्व विधायक श्रवण कुमार के घर पहुंचा दिया. सुनने में आपको अजीब जरूर लग रहा होगा, लेकिन यह सच है. 
खबरों के मुताबिक रविवार की रात को नगरपालिका के कर्मचारी बड़ी संख्या में पट्टों की फाइलों को लेकर पूर्व विधायक श्रवण कुमार के लोहारू रोड पर शहीद मूर्ति के पास स्थित निजी निवास पर पहुंचा दिया, और पूर्व विधायक श्रवण कुमार के हाथों से पट्टों का वितरण करवाया गया. 
इतना ही नहीं नियम के विरूद्ध जाकर और नैतिकता को ताक पर रखकर इस घटना को पूर्व विधायक के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर भी वायरल किया. हालांकि जब विवाद हुआ तो सभी ने फोटो सोशल मीडिया पर डिलिट कर दिया.
लेकिन फिर भी राजस्थान पत्रिका के पास इसकी फोटों उपलब्ध है. जिसमें रात होने के बाद  नगरपालिका कर्मचारी और वहां मौजूद लोग, अपनी फाइलों में से पट्टे ढूंढ रहे है और पूर्व विधायक श्रवण कुमार के हाथ से पट्टे ले रहे है. ऐसा माना जा रहा है कि यह पूरी घटना ईओ स्वाति झा के इशारे पर हुआ हैं. जिनके आगे ना तो चेयरमैन पुष्पा सेवाराम गुप्ता की चलती है और इस मामले और नहीं किसी अन्य अधिकारियों की.


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जब एसडीएम दयानंद रूयल से बातचीत की गई, तो उन्होंने भी कहा कि इसमें मैं क्या कर सकता हूं, जिससे साफ जाहिर है कि सूरजगढ़ प्रशासन पूर्व विधायक श्रवण कुमार के इशारों पर चल रहा है.अब यह कहना गलत नहीं होगा कि, चुनाव में निष्पक्षता की उम्मीद करना गलत हो सकता है. यह साबित करता है कि सूरजगढ़ में प्रशासन राजनेताओं के दबाव में काम करता है.


विधायक सुभाष पूनियां ने कहा है कि नगरपालिका व तहसीलदार दफ्तर कांग्रेस कार्यालय बना हुआ है. तहसीलदार व कार्यवाहक ईओ स्वाति झा सहित कर्मचारी राहुल शर्मा और राजवीर सक्रिय कांग्रेस के कार्यकर्ता के रूप में नगर पालिका में काम कर रहे हैं.  विधायक श्रवण कुमार के घर पट्टा वितरण का मामला मेरे संज्ञान में आया तो मैंने जिला कलेक्टर को शिकायत की .उनेहोने कहा ऐसे अधिकारियों के रहते निष्पक्ष चुनाव की आशा नहीं की जा सकती.


सूत्रों की मानें तो यह सारा कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था, पूर्व विधायक श्रवण कुमार ने काफी लोगों को अपने निवास पर बुला रखा था. जिन्को पट्टे दिए जाने थे, जब नगरपालिका के कर्मचारी फाइलों को लेकर पूर्व विधायक के निवास पर पहुंचे तो लोगों ने अपनी-अपनी फाइलों में से पट्टे निकालने के लिए झपट पड़े. यह तो गनिमत रही कि कोई भी फाइल फटी नहीं. अन्यथा नगरपालिका को इस लापरवाही का बहुत बड़ा खानयाजा भूगतना परता.