Khetri: झुंझुनूं के खेतड़ी इलाके के भोपालगढ़ की तरफ जाने वाले रास्ता लोगों के लिए कौतूहल और रहस्मयी बना हुआ है. दरअसल रहस्मयी बनने के पीछे कारण है कि यह रास्ता चढ़ाई वाला है और यहां कोई भी गाड़ी खड़ी करते ही अपने आप पहाड़ी की तरफ जाने वाले चढ़ाई के रास्ते की तरफ अपने आप चलने लगती है.


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यहां बंद गाड़ी भी अपने आप चलने लगती
इन सारे माजरे के पीछे बताया जा रहा है कि पहाड़ी में चुबंकीय शक्ति है, हालांकि विशषज्ञों के जांच पड़ताल बाद ही यह तय हो पाएगा. लेकिन फिलहाल यह रास्ता और इस पर स्वत गाड़ी चलाना कौतूहल और चर्चा का विषय बना हुआ है. आलम यह है कि बंद गाड़ी भी अपने आप चलने लगती है. इसे लेकर लोगों में आश्चर्य है.


भोपालगढ़ जाने वाले रास्ते पर दिखा ये नजारा
मामले के अनुसार खेतड़ी के भोपालगढ़ जाने वाले रास्ते पर एक पॉइंट पर बंद वाहन अपने आप चढ़ाई की तरफ चढ़ने लगते है. यह खबर क्षेत्र में फैलने पर कस्बेवासी मौके पर वाहन लेकर पहुंचने लगे. जानकारी के अनुसार भोपालगढ रास्ते पर स्थित साई मंदिर से थोड़ी आगे एक रपटे के पास मैग्नेटिक पहाड़ी क्षेत्र है जहां पर बंद गाड़ी नीचे की तरफ जाने की बजाए ऊपर की तरफ जाती है.


सेल्फी लेने के लिए लोगों की भाड़ी भीड़
कस्बे के विजय कुमार सैनी ने बताया कि कल देर शाम को भोपालगढ जा रहे थे. बरसात का नजारा होने के कारण रपटे के पास गाड़ी को खड़ी करके सेल्फी लेने के लिए गाड़ी को बंद कर के निकले देखते ही देखते गाड़ी अपने आप बैक चढ़ाई की तरफ चलने लगती है. यह देख कर घबरा गए फिर से गाड़ी को वहीं खड़ी करके दुबारा फोटो लेने के लिए जाने लगे तो गाड़ी फिर से अपने आप चढने लगी, इस दौरान गाड़ी में कोई भी नहीं था.


गाड़ी अपने आप पहाड़ी की तरफ चढ़ने लगी
फिर गाड़ी को घुमा कर पहाड़ी की तरफ मुंह करके खड़ी की तो गाड़ी फिर से पहाड़ी की तरफ चढने लगी. उन्होंने बताया कि कई बार गाड़ी को रपटे (रास्ता) पर खड़ी करके देखा तो गाड़ी अपने आप पहाड़ी की तरफ चढ़ने लगी.


विजय सैनी ने जब बताया तो मौके पर पहुंच कर तीन चार गाड़ियों को बंद करके देखा तो गाड़ी अपने आप पहाड़ी की तरफ चढ़ने लगी. अन्य लोगों की गाड़ी को भी जब खड़ी करके देखा तो वह गाड़ी भी अपने आप चढ़ने लगी. खबर की सूचना पर लोग अपने वाहन ले जाकर देखने लगे तो सभी गाड़ी पहाड़ी की एक तरफ अपने आप खींचने लगी.


पहाड़ी पर चढ़ते समय गाड़ी की स्पीड बढ़ जाती है
मोटरसाइकिल को भी बंद करके देखा तो वह भी पहाड़ी की तरफ चढ़ने लगी. पहाड़ी पर चढ़ते समय गाड़ी की स्पीड भी अपने आप बढ़ने लगती है. लोगों ने पहाड़ी क्षेत्र को मैग्नेटिक हिल के नाम से पुकारने लगे. चढाई करीब पांच से आठ मीटर तक है, जहा पर गाड़ी अपने आप चढ़ने लगती है.


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लद्दाख में भी है, मैग्नेटिक हिल
ऐसी ही पहाड़ी लद्दाख में भी है, जिसकों मैग्नेटिक हिल कहा जाता है. लेह-कारगिल राजमार्ग पर लेह शहर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सड़क का एक छोटा सा खिंचाव है जो गुरुत्वाकर्षण की घटना को परिभाषित करता है. इसका कारण लद्दाख में स्थित चुंबकीय पहाड़ी है. जिसे मैग्नेटिक हिल के नाम से जाना जाता है. ये हिल स्थिर वाहनों को ऊपर की ओर खींचती है. लद्दाख में मैग्नेटिक हिल के रूप में फेमस, यह घाटी में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण केंद्र है.


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Reporter-Sandeep Kedia