मोरारका कॉलेज झुंझुनूं में एसएफआई का पैनल जीता, गुलाल उड़ाकर मनाई गई जीत की खुशी
झुंझुनूं के सबसे बड़े कॉलेज जिला मुख्यालय स्थित आरआर मोरारका कॉलेज में लगातार तीसरी बार एसएफआई ने पूरे पैनल के साथ जीत दर्ज की है.
Jhunjhunu: झुंझुनूं के सबसे बड़े कॉलेज जिला मुख्यालय स्थित आरआर मोरारका कॉलेज में लगातार तीसरी बार एसएफआई ने पूरे पैनल के साथ जीत दर्ज की है. अध्यक्ष पद के लिए कांटे की टक्कर को छोड़ दें तो शेष तीन पदों पर एसएफआई प्रत्याशियों ने धमाकेदार जीत दर्ज की है. आज घोषित किए गए परिणाम में एसएफआई के कपिल चोपड़ा ने एनएसयूआई के सचिन सोहू को 22 मतों से हराया.
इसके अलावा उपाध्यक्ष पद पर एसएफआई के पंकज डूडी ने एनएसयूआई के प्रवीण ढाका को 363 मतों से, महासचिव पद पर एसएफआई के मोहम्मद साहिल कुरैशी ने एनएसयूआई के मोहम्मद अब्दुल्ला कुरैशी को 156 और संयुक्त सचिव पद पर एसएफआई की निकिता शर्मा ने एनएसयूआई की खुशबू सैनी को 280 मतों से हराया.
यह भी पढ़ें - Rajasthan Student Union Election Result Live: किसके सिर सजेगा कैंपस किंग का ताज, आज होगा फैसला
जीत के बाद कपिल चोपड़ा ने कहा कि यह जीत सिर्फ एसएफआई की नहीं मोरारका कॉलेज की पूरी छात्रशक्ति की जीत है. जिन्होंने कॉलेज में आकर माहौल बिगाड़ने वाले जुआरियों और सटोरियों को करारा जवाब दिया है. जो धनबल के दम पर छात्रशक्ति को खरीदना चाहते थे लेकिन छात्रशक्ति ने संघर्ष और शिक्षा के नारे को वोट देते हुए एसएफआई को जीत दिलाई है.
इस मौके पर एसएफआई जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर ने कहा कि एसएफआई ने जो छात्रहितों के लिए संघर्ष किया, यह जीत उसी की है. इससे पहले सभी निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई. वहीं पुलिस सुरक्षा के बीच अध्यक्ष कपिल चोपड़ा को उनके घर ले जाया गया. शेष पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं ने घर नहीं जाने दिया और उनके साथ जीत की खुशी मनाई ना केवल पदाधिकारियों को, बल्कि जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर समेत संगठन के अन्य पदाधिकारियों को कंधे पर बैठाकर जमकर आतिशबाजी की गई और गुलाल उड़ाकर छात्रों ने खुशियां मनाई.
Reporter: Sandeep Kedia
झुंझुनूं की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खबरें और भी हैं...
Aaj Ka Rashifal : आज शनिवार को वृषभ और कुंभ को हो सकती है टेंशन, कन्या सेहत पर ध्यान दें
पायलट ने आजाद के इस्तीफे की टाइमिंग पर खड़े किए सवाल, यूं साधा निशाना
बारां में बाढ़ के बाद 42 गांव में पीने का पानी नहीं, 57 करोड़ की पेयजल योजना बर्बाद