Mandawa: पिछले ढाई सालों से कोरोना ने पर्यटन व्यवसाय की कमर तोड़ कर रख दी थी. साथ ही पिछले छह-सात महीने से इंडियन ट्यूरिस्ट भ्रमण के लिए झुंझुनूं के मंडावा पहुंचे तो जरूर लेकिन विदेशी सैलानी ग्रुप में नहीं आ रहे थे. झुंझुनूं के मंडावा कस्बे में पर्यटन सीजन जुलाई महीने से शुरू हो जाता है और करीब ढाई साल बाद पहली बार पोलैंड के 23 सदस्यों का ग्रुप भ्रमण के लिए मंडावा पहुंचा. वहीं बड़े ग्रुप को देखकर पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों के भी चेहरे खिल उठे. 


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2022 में जनवरी से लेकर जून तक विदेशी सैलानी भी यहां पर भ्रमण के लिए आते रहे हैं लेकिन कोई बड़ा ग्रुप भ्रमण के लिए नहीं आ रहा था. मंडावा कस्बे में जुलाई से लेकर अप्रैल महीने तक पर्यटन सीजन परवान पर रहता है और जुलाई माह में पोलैंड का पहला ग्रुप भ्रमण के लिए पहुंचा, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस सीजन में भ्रमण के लिए आने वाले सैलानियों का आंकड़ा बढ़ेगा. 


नवंबर-दिसंबर में पर्यटन का पीक सीजन रहता है, हालांकि कोरोना काल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछले 2 सालों में मंडावा को काफी पहचान मिली है. कई विदेशी ट्रेवल और मैगजीन ने चुनिंदा खूबसूरत डेस्टिनेशन में जगह दी है और इसके अलावा डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी मंडावा लगातार देसी विदेशी मेहमानों की पसंद रहा है. 


पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को इस बार सीजन अच्छा जाने की उम्मीद है. मंडावा की विख्यात हवेलियां यहां पर सैलानियों को खींच लाती है, ऐसे में लगातार दो साल कोरोना से बर्बाद हुए पर्यटन सीजन को इस बार अच्छी उम्मीद है, क्योंकि इस साल कोरोना नहीं के बराबर होने और विदेशी सैलानियों के ग्रुप आने से सीजन बहुत बढ़िया जाएगा.


Reporter: Sandeep Kedia


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