लित परिवार के आशियाने पर संकट, सरपंच पहचान के दम पर कब्जा करने का कर रहा प्रयास
जोधपुर के फालोदी विधानसभा के बाप उपखंड क्षेत्र के टेकरा गांव में रहने वाले एक दलित परिवार पर आशियाना उजड़ने का मामला सामने आया है, जिसके कारण ये परिवार डर और भय के साए में जीने को मजबूर है.
Phalodi - जोधपुर के फालोदी विधानसभा के बाप उपखंड क्षेत्र के टेकरा गांव में रहने वाले एक दलित परिवार पर आशियाना उजड़ने का मामला सामने आया है, जिसके कारण ये परिवार डर और भय के साए में जीने को मजबूर है. इस परिवार पर संकट की तलवार गांव के ही पूर्व सरपंच प्रतिनिधि के जरिए लटकाई गई है, जो इस दलित परिवार के सालों पुराने आशियाने को हथियाने का प्रयास कर रहा है.
यह भी पढ़ें - सिरफिरे आशिक ने पहले प्रेमिका को गोलीमार कर लुड़काया, फिर खुद को मारी गोली
जिसे गांव का ही पूर्व सरपंच प्रतिनिधि शैतान सिंह ने किया है, जिसकी पुलिस और प्रशासनिक गलियारों तक काफी पहुंच है. पीड़ित पृथ्वी राम मेघवाल ने अपनी पीडा मीडिया के सामने बताया कि, उसने अपना एक प्लॉट गांव के ही खेताराम मेघवाल से खरीदा था, जिसमें उसका परिवार पीढ़ियों से रहता है. इस प्लॉट पर पूर्व सरपंच प्रतिनिधि शैतान सिंह की नजर थी, लेकिन प्लॉट की प्रथम पक्ष कार खेताराम मेघवाल ने अपना पुश्तैनी प्लॉट पृथ्वी राम मेघवाल को इकरारनामा के जरिए बेच दिया.
खेताराम के जरिए के जरिए पृथ्वी राम मेघवाल को प्लॉट बेचे जाने पर गांव टेकरा के पूर्व सरपंच प्रतिनिधि शैतान सिंह ने स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से मिलीभगत कर इस गरीब के आशियाने को अतिक्रमण बता कर हथियाने का षड्यंत्र रच दिया.अपनी ऊंची पहुंच.
रसूक का इस्तेमाल कर बार-बार पुलिस द्वारा इस दलित परिवार को गिरफ्तारी व झूठे केस में फंसाने की धमकियां दिलवाई जाने लगी है इतना ही नहीं पूर्व सरपंच प्रतिनिधि खुद कई बार इस पीड़ित परिवार को धमकियां देता आ रहा है. सरपंच प्रतिनिधि शैतान सिंह की प्रताड़ना व जुल्म से परेशान पृथ्वीराम का परिवार पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की चौखट पर भी अपनी गुहार लगाने पहुंचा लेकिन, वहां इनकी किसी भी तरह की कोई सुनवाई नहीं हो पाई उल्टा वहां उसे झूठे केस में फंसाने के लिए डराया धमकाया गया.
आखिरकार, इस पीड़ित दलित परिवार ने जी मीडिया के माध्यम से गुहार लगाकर प्रदेश मुख्यमंत्री व जिला कलेक्टर तक अपनी समस्या पहुंचा कर उसके समाधान के मांग की गई है .हम आपको बता दें कि, केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा समदृष्टि की भावना को लेकर तरह-तरह की योजनाएं व कानून लाए जाते है लेकिन आज भी गांव व ढाणियों में निवास करने वाले गरीब तबके के लोगों को ऊंची पहुंच रखने वाले रसूखदार लोगों के ठेंगे चले दबे रहने को मजबूर होते देखा जा सकता है. बावजूद इसके गांव के पूर्व सरपंच प्रतिनिधि शैतान सिंह द्वारा इस गरीब दलित परिवार का प्लॉट हथियाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है जो सरासर अन्याय है.
अपने जिले की खबर पढ़ने के लिये यहां क्लिक करें