Jodhpur: 561 साल मां चामुंडा की प्राचीन मूर्ति चोरी का मामला, चार लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
Jodhpur News: जोधपुर के मंडोर थाना क्षेत्र में स्थित मंडोर उद्यान में स्थित प्राचीनतम मंदिर में चामुंडा माता की मूर्ति चोरी का मामला सामने आया था. यह मंदिर चौथी शताब्दी का बताया जा रहा है . इस मंदिर में चामुंडा माता की मूर्ति स्थापित है.
Jodhpur News: जोधपुर के मंडोर थाना क्षेत्र में स्थित मंडोर उद्यान में स्थित प्राचीनतम मंदिर में चामुंडा माता की मूर्ति चोरी का मामला सामने आया था. जिसको लेकर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मूर्ति मिलने के बाद से मंडोर दुर्ग में स्थित प्राचीन मंदिर में उत्सव का माहौल छाया हुआ है. श्रद्धालुओं जमकर आतिशबाजी कर मां की मूर्ति मिलने की खुशियां मना रहे है. इसी के साथ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस विभाग को धन्यवाद दिया.
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बता दें कि यह मंदिर चौथी शताब्दी का बताया जा रहा है . इस मंदिर में चामुंडा माता की मूर्ति स्थापित है. परिहार वंश के राजा के समय से यहां इस मंदिर में पूजा अर्चना की जा रही है. यह मूर्ति मंदिर की दीवार में उकेरी गई थी . यह प्राचीनतम मंदिर पुरातत्व विभाग के अंदर आता है.
गौरतलब है कि जोधपुर के मेहरानगढ़ दुर्ग में मां चामुंडा देवी का प्राचीन विशालकाय मंदिर है. मेहरानगढ़ की तलहटी में मां चामुंडा की प्रतिमा को स्थापित किए किया गया हैं. जोधपुर की स्थापना के साथ ही मेहरानगढ़ की पहाड़ी पर जोधपुर के किले पर इस मंदिर को स्थापित किया गया था.
मां चामुंडा देवी को अब से करीब 561 साल पहले मंडोर के परिहारों की कुल देवी के रूप में पूजा जाता था. मां चामुंडा के मुख्य मंदिर का विधिवत निर्माण महाराजा अजीतसिंह ने करवाया था. मारवाड़ के राठौड़ वंशज चील को मां दुर्गा का स्वरूप मानते हैं. राव जोधा को माता ने आशीर्वाद में कहा था कि जब तक मेहरानगढ़ दुर्ग पर चीलें मंडराती रहेंगी तब तक दुर्ग पर कोई विपत्ति नहीं आएगी.
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