करौली: भामाशाह शिक्षक के समर्थन में आए ग्रामीण और पंच पटेल, जानें पूरी खबर
ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने बताया कि उक्त मामले में एक पक्ष के कुछ युवाओ के द्वारा उक्त शिक्षक की छवी धूमिल करने की नियत से तबादला निरस्त करने को लेकर विद्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया था.
Karauli: टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के ग्राम गोरडा में संचालित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के भामाशाह शिक्षक रामधारी सिंह मीना का तबादला निरस्त करवाने को लेकर एक पक्ष के कुछ युवाओ द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के मामले में ग्राम पंचायत के सैकड़ों ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी दुर्गा प्रसाद मीना को एक ज्ञापन सौंपा है और शिक्षक को उक्त विद्यालय में यथावत रखने की मांग की है.
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ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने बताया कि उक्त मामले में एक पक्ष के कुछ युवाओ के द्वारा उक्त शिक्षक की छवी धूमिल करने की नियत से तबादला निरस्त करने को लेकर विद्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं शिक्षक की कार्यशैली को लेकर द्वेषता पूर्ण शिकायत करते हुए उनका ट्रांसफर करवाने की मांग की थी इसके साथ ही शिक्षक पर कई आरोप लगाए हैं, जो सभी आरोप निराधार है. कुछ युवाओं ने द्वेषता पूर्ण और राजनीतीवश भामाशाह शिक्षक का ट्रांसफर करवाने की शिकायत करते हुए विरोध जताया था. ग्रामीणों ने बताया कि भामाशाह शिक्षक रामधारी सिंह मीना एक शिक्षक ही नहीं बल्कि हमारे गांव के बच्चों को देवता समान है.
वहीं उक्त शिक्षक समय पर विद्यालय आते है और समय से विद्यालय जाते है. यहां तक कि विद्यालय के सभी विद्यार्थी और स्टाफ सभी शिक्षक के व्यवहार से खुश है. विद्यालय के शैक्षणिक स्तर व परीक्षा परिणाम की बात करे तो विद्यालय में सत्र 2021-2022 में कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 87 प्रतिशत रहा, वहीं कक्षा 10वीं का परिणाम 76 प्रतिशत रहा. हिंदी के शिक्षक रामधारी सिंह मीना का परीक्षा परिणाम लगभग 93 प्रतिशत रहा है, जिससे सभी ग्रामीणों खुश है और शिक्षक को उक्त विद्यालय में ही रखना चाहते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक का स्वभाव सरल और व्यवहार कुशल है. वहीं शिक्षक के द्वारा समय समय पर गरीब असहाय दीन दुखियो की सेवार्थ हर संभव मदद कर नेक कार्य किये जाते हैं और 6 माह के वेतन की राशि भी गरीबों और असहाय लोगों को सहायता स्वरूप की प्रदान की जाती है, जिससे शिक्षक को द्वेषता का शिकार होना पड़ रहा है, जिसका सभी ग्रामीण पंच पटेल पूर्णतय विरोध करते हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक रामधारी सिंह मीना का स्थानान्तरण अन्यत्र किया जाता है तो सभी ग्रामीण और पंच पटेलो को अध्यापक के समर्थन में उग्र प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी विभाग की होगी. गौरतलब है कि उक्त अध्यापक का तबादला निरस्त होने को लेकर गांव के ही कुछ युवाओ के द्वारा विद्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया था. वहीं उक्त मामले में अध्यापक का कहना है कि कुछ युवाओ द्वारा तबादला निरस्त को लेकर की गई शिकायत निराधार है. वहीं यदि उनकी शिकायत सही है तो विभाग के अधिकारी गांव में जाकर ग्रामीणों और पंच पटेलों से जानकारी लेकर मामले की जांच करें तो सत्य सामने आ जाएगा. ज्ञापन के दौरान गांव के दर्जनों पंच पटेल और ग्रामीण मौजूद रहें.
Reporter: Ashish Chaturvedi
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