Baran: कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से चार लाख रुपये मूल्य की जाली भारतीय मुद्रा जब्त की गई है.


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एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एसटीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर एस्पलेनेड बस स्टैंड के निकट डफरिन रोड पर आरिफ मनसूरी निवासी कोटा और अबु तलहा पुत्र हाफिज असरार निवासी चहेडिया थाना अंता जिला बारां  नामक तस्करों को गिरफ्तार किया.


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ये राजस्थान कोटा (Rajasthan Kota) से संचालित जाली मुद्रा गिरोह के सदस्य हैं. उनके पास से 500-500 रुपये के 800 जाली नोट जब्त किए गए हैं, जिनका कुल मूल्य चार लाख रुपये हैं. साथ ही यह पता लगाया जा रहा है कि यह जाली नोट इन लोगों को किसने दिए थे?


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आमतौर पर जाली नोटों की तस्करी सबसे अधिक बांग्लादेश की सीमा से सटे बंगाल के मालदा जिले से होती है हालांकि 2016 में नोटबंदी के बाद जाली नोटों की तस्करी पर काफी हद तक अंकुश लग चुकी है पर अब भी कुछ गिरोह हैं, जो जाली नोटों के धंधे कर रहे हैं. जाली नोट संग गिरफ्तार आरोपित राजस्थान के कोटा, बारां में सक्रिय हो सकते हैं.


पिछले कुछ माह में एसटीएफ ने जाली नोटों की तस्करी से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया है पर इस तस्करी पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पा रही है. कुछ माह पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने जाली नोटों की तस्करी करने वाले एक तस्कर को कोलकाता से गिरफ्तार किया था. जाली नोट तस्कर शरीफुल इस्लाम मालदा का रहने वाला है और वह बांग्लादेश से जाली नोट लाकर बंगाल के रास्ते अन्य राज्यों में भेजा करता था. इस गिरफ्तारी के बाद कहा जाने लगा था कि जाली नोटों की तस्करी करने वाले बड़े गिरोह तक पहुंचने का अहम कड़ी साबित हो सकता है. बता दें कि मालदा और मुर्शिदाबाद में प्राय जाली नोट की तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं.


Reporter- Ram Mehta