Baran: जिले में लंबे समय से चल रही डीएपी (DAP) के लिए जद्दोजहद आज खत्म हो जाएंगी. बारां जिले (Baran News) में आज कोटा चंबल फर्टिलाइजर एंड केमिकल लिमिटेड (Kota Chambal Fertilizer And Chemical Limited) के यहां से चार हजार मैट्रिक टन डीएपी की रेल रैक बारां जंक्शन पर पहुंची है. जहां फिलहाल इसे खाली किया जा रहा है.


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राज्य (Rajasthan News) के दूसरे जिलों में जहां डीएपी के लिए कई दिनों तक लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं. वहीं, बारां जिले की डीएपी की किल्लत आज दूर हो गई. बारां जिले में इस वर्ष 18 हजार मैट्रिक टन डीएपी की डिमांड की गई थी, उसके बदले में कल तक 10 हजार 500 टन डीएपी आ चुका थी, इसके अतिरिक्त आज बारां पहुंची रैक में से बारां जिले को 2800 मीट्रिक टन और झालावाड़ जिले (Jhalawar News) को 1200 टन डीएपी उपलब्ध होगी.


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इसके अतिरिक्त 800 मीट्रिक टन डीएपी कोटा (Kota News) से अतिरिक्त आ रहा है. ऐसे में जिले में आज कुल 14 हजार मीट्रिक टन करीबन डीएपी पहुंच जाएगा. इसके अलावा डीएपी की जगह इस बार किसानों (Farmers) ने कृषि विभाग (Agriculture Department) की सलाह पर एनपीकेएस का भी जमकर उपयोग किया है. ऐसे में डीएपी की किल्लत अब जिले में नहीं होगी.


बारां जिले में कुल 3 लाख 36 हजार हेक्टेयर में रबी की बुवाई की जाती है. दिसंबर के पहले सप्ताह तक चलने वाली बुवाई में से करीब 2 लाख हेक्टेयर भूमि में बुवाई हो चुकी है. ऐसे में मात्र करीब सवा लाख हेक्टेयर बुवाई बाकी है, जिसमें से अधिकांश गेहूं की बुवाई होगी. जिसके लिए आज बारां पहुंचा डीएपी का रैक पर्याप्त है.


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इसके अतिरिक्त आगे भी जिले को अगर जरूरत होगी तो उर्वरक (Fertilizer) मिलेगा. फिलहाल बारां रेल्वे जंक्शन (Baran Railway Junction) पर इस रैक को खाली किया जा रहा है. डीएपी, यूरिया (Urea) के साथ अन्य उर्वरक पर्याप्त मात्रा में मिलने पर कृषि अधिकारी भी राहत की सांस ले रहे हैं.
Report- RAM MEHTA