Kota Chambal River Front Controversy News: राजस्थान के कोटा के चंबल रिवर फ्रंट के उद्घाटन के साथ ही नए नए विवाद भी सामने आने लगे है. एक बार फिर भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने रिवर फ्रंट पर 150 करोड़ के घोटाले के आरोप लगाए हैं.


राजस्थान के कोटा के चंबल रिवर फ्रंट पर विवाद


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आज गुंजल ने पत्रकार वार्ता करते हुए आरोप लगाए और बताया कि रिवर फ्रंट के कंसल्टेंसी का काम सेकेंड लोएस्ट होने के बाद भी आर्केटेक्ट अनूप भर्तरिया की कंपनी को दिया गया है. गुंजल के अनुसार 1400 करोड़ के रिवर फ्रंट पर 500 करोड़ के काम नॉन बीएसआर है, कई काम ऐसे है जिन्हें 150 प्रतिशत उच्च दरों पर स्वीकृत किये गए है.


प्रहलाद गुंजल ने 150 करोड़ के घोटाले का लगाये आरोप


कुल मिलाकर इस 1440 करोड़ रुपए में 500 करोड़ का घपला हुआ है. गुंजल ने आरोप लगाते हुए कहा कि रिवर फ्रंट को ऐसा प्रचारित किया जा रहा है कि हम कोटा के लिए इंटरनेशनल अजूबा तैयार कर दिया है जो पूरे कोटा की आजीविका को बदल देगा, लेकिन हकीकत ये है कि इसके लिए 2 बार टेंडर जारी किए गए थे, लेकिन इस सफेद हाथी को पालने के लिए कोई नहीं आया.


NGT के नियमों का हुआ उल्लंघन- प्रहलाद गुंजल 


और फिर उल्टा उस हाथी को पोषित करने के लिए एक नया टेंडर जारी किया गया जो CBRE साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया गया. नगर विकास न्यास उस कंपनी को 150 करोड़ रुपये 5 साल में देगी, जिसमें 18 पर्सेंट जीएसटी अलग होगा.


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यानी नगर विकास न्यास इस हाथी को पालने के लिए मैनपॉवर सप्लाई का 182 करोड़ रूपया 5 साल के लिए गुड़गांव की फर्म को देगी. जिसका टेंडर सिंगल बिड पर फाइनल कर दिया.


इसके अलावा गुंजल ने आरोप लगाते हुए कहा कि फर्म द्वारा 74 हजार रुपये प्रतिमाह में ड्राइवर रखे जा रहे है.वहीं सवा लाख रुपये प्रतिमाह में फेसेलिटी मैनेजर रखे जा रहे हैं. पत्रकार वार्ता में प्रह्लाद गुंजल ने कहा कि वे इस पूरे मामले की शिकायत CBI और ED में करेंगे और इसकी जांच करवाएंगे.


Reporter- K K Sharma