Kota News: JVVNL के जोनल चीफ इंजीनियर के कारण बताओ नोटिस के जवाब के मामले में कार्मिक अजित सिंह को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया.मंगलवार की शाम अजित सिंह का निलंबन आदेश मुख्यालय से जारी किया गया. निलंबन आदेश में अजित को करौली मुख्यालय में उपस्थिति देने को कहा गया है.


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अजित सिंह ने निलंबन आदेश का भी प्रतिरोध किया है, और इस आदेश के खिलाफ अजित सिंह ने इस्तीफे की पेशकश भी कर दी है.निलंबन के बाद अजित सिंह का जयपुर डिस्कॉम के MD को लिखा गया पत्र भी सामने आया है. इसमें अजीत सिंह ने आरोप लगाया कि उसके ऊपर दबाव बनाकर राजीनामे के लिए मजबूर किया गया.


सेवा करने में असमर्थ हूं


अजित ने कहा, मैं अपनी विकलांगता के कारण कहीं भी सेवा करने में असमर्थ हूं. क्योंकि आपने मुझे बिना किसी कारण के निलंबित कर दिया है, और मेरा मुख्यालय करौली कार्यालय में किया है,जो मेरे लिए बहुत दूर है. विकलांगता के कारण मेरे लिए वह उपयुक्त स्थान नहीं है. क्योंकि आप जानते हैं कि मुझे अपने जीवनयापन के लिए हमेशा एक अटेंडेंड की आवश्यकता होती है.


 मैं कोर्ट जाऊंगा


उन्होंने JVVNL के MD से आग्रह किया कि कृपया मामले की जांच करवाई जाए और जांच पूरी होने तक मैं अपने गृह नगर जा रहा हूं. आपके जबरदस्ती आदेश के कारण मैं इस्तीफा देने को मजबूर हूं.अगर,मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं कोर्ट जाऊंगा.


 टाइम पर नही आते हैं


गौरतलब है सिंगल जोनल चीफ इंजीनियर जीएस बैरवा ने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था, जिसमे कॉमर्शियल असिस्टेंट अजीत सिंहः अनुपस्थित मिला था ,,जिस पर ZCE बैरवा ने अजीत को 14 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसके जवाब में अजीत सिंह ने 17 जुलाई को लिखा था कि " आप स्वयं कभी टाइम पर नही आते है,, इसलिए मैं भी समय पर नही आता हूँ".


रिपोर्टर- केके शर्मा


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