Baran: राजस्थान के बारां जिले (Baran News) में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुर के अधीन संचालित मां बाड़ी डे केयर पर कार्यरत शिक्षा सहयोगी और स्वास्थ्य कर्मी बीते 7 दिन से हड़ताल पर है. आदिवासी क्षेत्रों में कार्यरत इन संविदा कार्मिकों के सामूहिक हड़ताल के चलते पर बच्चों की पढ़ाई और कोविड वैक्सीनेशन का काम प्रभावित हो रहा है.


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जनजातीय क्षेत्रीय विकास निगम उदयपुर (Tribal Regional Development Corporation Udaipur) के शिक्षा सहयोगी और स्वास्थ्यकर्मीयों का धरना प्रदर्शन जारी है. स्वच्छ परियोजना कार्यालय शाहबाद में बीते 7 दिनों से यह कार्मिक वेतन वृद्धि और नियमितीकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं.


स्वच्छ परियोजना के द्वारा बारां जिले में 333 और बूंदी जिले में 10 मां बाड़ी केन्द्र संचालित है, जिसमें 610 शिक्षा सहयोगी कार्यरत हैं. इन केंद्रों पर लगभग 9000 से अधिक बच्चे नामांकित हैं. जिनकों इस प्रदर्शन के चलते ना तो पोषाहार मिल रहा है और ना ही कोविड वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम इलाके में हो पा रहा है. 


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आंदोलन कर रहे प्लेसमेंट एजेंसी कार्मिक, संविदा कार्मिक, स्वास्थ्य कर्मी और शिक्षा सहयोगीयों का कहना है कि बीते 3 साल से उनके मानदेय में इजाफा नहीं किया गया है. वह कई सालों से काम कर रहे हैं, लेकिन उनके नियमितीकरण के बारे में भी सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है. फिलहाल इन कार्मिकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है, जब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे.


Report: Ram Mehta