कोरोना काल के खलनायक ब्रदर्स का महापाप, कर रहे थे रेमडेसिवीर की कालाबाजारी
कोटा पुलिस ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन (Remdesvir injection) की कालाबाजारी करते दो सगे भाई को गिरफ्तार किया है.
Kota : राजस्थान की कोटा पुलिस ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन (Remdesvir injection) की कालाबाजारी करते दो सगे भाई को गिरफ्तार किया है. एक भाई मनोज रैगर निजी कोविड अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ है, तो वहीं दूसरा भाई राकेश एक लैब में तैनात था. कोटा पुलिस ने डिकॉय ऑपरेशन में दोनों आरोपी भाई को 10-10 हजार में रेमडेसीविर इंजेक्शन बेचते मेडिकल कॉलेज (Medical college) से दबोचा.
ये भी पढ़ें-Rajasthan Corona Update: 24 घंटे में आए 14,289 नए केस, Jaipur बना सबसे बड़ा हॉटस्पॉट
इस खुलासे में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने भी अहम भूमिका निभाई. प्रिंसिपल डॉ. सरदाना को इंजेक्शन ब्लैक करने की सूचना मिल रही थी. जिसके बाद तीमारदार बनकर डॉ. विजय सरदाना ने दलालों को फोन किया. 10 हजार प्रति इंजेक्शन में सौदा तय होने के बाद कोटा पुलिस सक्रिय हो गई.
भेष बदल कर इंस्पेक्टर नीरज गुप्ता इंजेक्शन खरीदने पहुंचे थे. जैसे रेमडेसीविर इंजेक्शन लेकर दोनों भाई पहुंचे. पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. न्यू मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों से बाहर से दवाइयां मंगवाई जा रही थी. लापरवाही करने वाले 3 नर्सिंग कर्मी को APO कर दिया गया है. मामले की जांच के लिए 4 सदस्यी कमेटी भी गठित की गई है.
ये भी पढ़ें-केंद्र सरकार से मिल रही Covid-19 मदद में किस नंबर पर है Rajasthan, पढ़ें बड़ा खुलासा