Lok Sabha Chunav 2024 : अमीन खान बोले- जाटों ने बाड़मेर में कांग्रेस को किया कमजोर, इस लिए भाटी को वोट दो
Rajasthan Lok Sabha Election 2024, Amin Khan : कांग्रेस के पूर्व विधायक अमीन खान (Amin Khan) ने जाट समाज पर मुसलमान समुदाय के साथ असहयोग करने, और बाड़मेर में कांग्रेस को कमजोर करने का आरोप लगाया है.
Lok Sabha Chunav 2024, Amin Khan, Ravindra Singh Bhati : राजस्थान कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व शिव विधायक अमीन खान (Amin Khan) का एक बयान इन दिनों खूब चर्चा में है. दरअसल, एक इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया, कि बाड़मेर से कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी जब आपसे मिलने आए, तो क्या बात हुई? जिसके जवाब में उन्होंने कहा, "कांग्रेस उम्मीदवार ने मुझसे समर्थन मांगा, और कहा, मुझे समर्थन दें. जिस पर मैंने कहा, कि बाड़मेर जिले के जाटों ने कांग्रेस को कमजोर कर रखा है. क्यों, कि ये एक जाति के अलावा किसी को कांग्रेसी नहीं मानते. मैं खुत जाटों से दो बार 98 प्रतिशत वोट नहीं ले सका. 98 प्रतिशत जाटों ने दो चुनावों में लगातार मेरे खिलाफ वोट डाले. इस लिए मेरा मन जाट उम्मीदवार को वोट देना का नहीं करता."
जो हमसे नफरत करते हैं, हम उन्हें वोट क्यों दें - अमीन खान
इन दिनों सोशल मीडिया में एक टेलीफोनिक इंटरव्यू वायरल हो रहा है. इसमें पूर्व शिव विधायक अमीन खान (Amin Khan) से एक एंकर सवाल पूछ रहा है, और खान उसका जवाब दे रहे हैं. एंकर ने जब उनसे दूसरा सवाल किया, कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से नए-नए कांग्रेस में आए कैलाश चौधरी आपसे आशीर्वाद लेने आए थे, लेकिन आपने तो उन्हें बैठने तक के लिए नहीं कहा? इसके जवाब में अमीन खान ने कहा, "जो हमसे नफरत करते हैं, हम उन्हें क्यों वोट दें. पुराने बाड़मेर जिले के हिसाब से 17 तहसीलें और 21 पंचायत समितियां हैं. जिनमें आफिसर तो दूर, आज तक एक भी मुसलमान चपरासी तक नहीं लगा. ऐसे में मुसलमानों के साथ जो असहयोग करेंगे, उनका हम साथ नहीं देंगे. "
हम भी एक महीने में आ जाएंगी पार्टी में वापस - खान
जब अमीन खान से यह सवाल किया गया, कि क्या आपके इस कदम से कांग्रेस से बगावत नहीं होगी? इसके जवाब में उन्होंने कहा, "बगावत तो होगी. सुनील परिहार और फतेह खान 6 साल के लिए पार्टी से निकाले गए, और महीनेभर के अंदर रीस्टेट हो गए, इन दिनों कांग्रेस का ये तो हाल है, तो हम भी महीनेभर में रीस्टेट हो जाएंगे. राजपूतों और मुसलमानों के सदियों से मधुर संबंध रहे हैं. अगर ये अपना भला नहीं कर सकेंगे, तो बुरा भी नहीं करेंगे. ऐसे में अगर आपकी इच्छा करे, को अपना वोट निर्दलीय उम्मीदवार भाटी को दे दो, अब वो मेरा कहना मानें ना माने उनकी मर्जी. उन्होंने आगे कहा, कि मैं कहीं रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) की सभा में या प्रचार में नहीं जाऊंगा."
जाट समुदाय हमारा कभी सहयोग नहीं करेगा- अमीन
जब उनसे पूछा गया, कि आपको नहीं लगता, कि आपके इस कदम के बाद या कांग्रेस से बगावत के बाद, आपके बेटे-पोतों के भविष्य को कांग्रेस की राजनीति में अस्थिर कर देगा? जिसके जवाब में उन्होंने कहा, "जाट समाज के इतिहास को देखते हुए, हमने ने सोच रखा है, कि जाट समुदाय हमारा कभी सहयोग नहीं करेगा, और ना हम इनसे कभी सहयोग मांगेंगे."