Deedwana: नागौर जिले के चार दोस्त अमरनाथ यात्रा पर एक साथ गए थे, लेकिन उनको यह नहीं पता था की अमरनाथ की यह यात्रा उनके जीवन की भी अंतिम यात्रा होगी. चारों दोस्तों ने एक साथ अमरनाथ यात्रा का प्लान बनाया था. 6 जुलाई को इन्होंने पहलगाम से अपनी यात्रा शुरू की थी. 8 जुलाई को हादसे से पहले अमरनाथ के दर्शन करके लौट रहे थे. इसी दौरान बादल फटने के बाद आए जलजले का शिकार हो गए. 


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गुफा में दर्शन से पहले उन्होंने अपने गांव के एक ग्रुप में 5.27 बजे अपने फोटो पोस्ट किए. 6.15 पर उनके अमरनाथ गुफा में दर्शन करने की सूचना परिजनों को है, लेकिन उसके तुरंत बाद से यह हादसा हुआ और चारों दोस्त इस हादसे के शिकार हो गए. हादसे के बाद से शुरुआती तौर पर मिले 15 शवों में ही चारों दोस्तों के शव बरामद हुए थे, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाने के कारण सूचना नहीं मिल पाई. दो दिन से परिजनों से संपर्क नहीं हो पाने की वजह से परिजन भी चिंतित थे.


 आज नजदीकी रिश्तेदारों से शिनाख्त करवाने के बाद स्थानीय प्रशासन को जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा सूचना दी गई. घटना की सूचना मिलने के बाद से ही पूरे जिले में शोक की लहर है. सोमवार सुबह चारों मृतकों के शव किशनगढ़ एयरपोर्ट पहुंचेंगे. जहां से चारों के शवों को उनके पैतृक गांव पहुंचाया जाएगा. अमरनाथ हादसे के शिकार हुए चारों दोस्त फाइनेंस के व्यवसाय से जुड़े हुए थे और लंबे समय से एक साथ ही काम कर रहे थे.घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही मृतकों के गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है वहीं जिले में भी शोक की लहर है.


मृतकों की पहचान
प्रहलाद राम s/o नागरमल निवासी तोशीना 36
यजुवेंद्र सिंह s/o शंकर सिंह थेबड़ी 42
विजय सिंह पुत्र भंवरसिंह निवासी बरवाला 41 और वीर सिंह निवासी रूपपुरा 48


Reporter- Hanuman Tanwar


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