Nagaur: नागौर के जायल के रोल कस्बे में इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद साहब के जुब्बा शरीफ की जियारत पर भरने वाला तीन दिवसीय उर्स मेला ध्वजारोहण के साथ शुरू हुआ. दरगाह में पाक जुब्बा ए मुबारक की जियारत के लिए खास यह उर्स भारत सहित विदेशों तक अपनी विशेष पहचान रखता है. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सरपंच मनफूल सिंह डिडेल व विशिष्ट अतिथि रेवंत राम डांगा, दरगाह कमेटी एवं समाज के लोगों ने झंडारोहण कर तीन दिवसीय उर्स का शुभारंभ किया. उर्स में बाहर से आने वाले जायरीनों के लिये कमेटी की ओर से मेले में उचित व्यवस्था की गई है.


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उर्स के दौरान पुलिस सुरक्षा के बड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. जानकारी के अनुसार मेले में 96 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे, जो अलग-अलग शिफ्ट में निगरानी रखेंगे. रात 9:00 बजे कारी रईस अहमद सिद्दीकी की सरपरस्ती में महफिल ए मिलाद का भी आयोजन होगा, दरगाह शरीफ में इमाम हाफिज तनवीर अहमद साहब की अगुवाई में कुरान खानी का आयोजन होगा, जिसमें नागौर के मौलाना ओबेदुल्ला हैदरी का बेहतरीन किताब होगा. जोहर की नमाज के बाद जुब्बा शरीफ की जियारत करवाई जाएगी जो देर शाम तक जारी रहेगी. गुरुवार को फजर की नमाज के बाद जायरिनो की विदाई होगी.


उर्स के अवसर पर देश के कोने कोने से जायरीन आकर हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलेह वसल्लम के पाक जुब्बा मुबारक की जियारत करते हैं. बीते 2 साल से कोरोना के कारण सामान्य तरीके से ही उर्स मनाया गया था, परंतु इस बार कस्बे में उर्स को लेकर काफी रौनक देखी जा रही है. दरगाह वक्फ कमेटी की ओर से मेले को लेकर सम्पूर्ण तैयारीया भी की जा चुकी है. उर्स को लेकर जिला एवं उपखंड स्तर पर भी प्रशासनिक सहयोग के साथ पेयजल, सफाई, चिकित्सा एवं सुरक्षा के लिये भी कड़े इंतजाम किये गये हैं. दरगाह कमेटी के साथ-साथ ग्राम पंचायत एवं अन्य स्थानीय संगठनों की ओर से भी भरपूर सहयोग किया जा रहा है.


रिपोर्टर - दामोदर ईनाणिया


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