Merta: राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री रमेश चंद्र मीणा के नागौर दौरे के दौरान दिए गए बयान के विरोध में लगातार सरपंच लामबंद है. सरपंचों द्वारा पंचायती राज विभाग मंत्री रमेश चंद्र मीणा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, आज नागौर सरपंच संघ अध्यक्ष अशोक गोलियां की अध्यक्षता में मेड़ता उपखंड क्षेत्र की ग्रामीण सरकार के मुखियाओं ने अपनी मांगों का एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को सौंपते हुए ग्रामसभा सहित सभी कार्यों का बहिष्कार करने की घोषणा की. 


भारतीय लोकतंत्र की मुख्य कड़ी गांव की सरकार के मुखिया एक बार फिर राज्य सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज्य मंत्री रमेश मीणा की टिप्पणी से नाराज होकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने पर मजबूर हो गए. 


सरपंच संघ जिला अध्यक्ष अशोक गोलिया के नेतृत्व में सभी सरपंचों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन उपखंड अधिकारी पूरण कुमार को सौंपा गया. इस अवसर पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए जिला अध्यक्ष अशोक गुलिया ने बताया कि राज्य के पंचायती राज मंत्री द्वारा की गई टिप्पणी से गांव की सरकार के लिए लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर बनाए गए मुखियाओं का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 


यह भी पढ़ेंः राजस्थान में Road Rage, साइड नहीं दी तो हलवाई को लाठी-डंडो और सरियों से मार डाला


जब तक सरकार द्वारा हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा तब तक पूर्ण रूप से पंचायत कार्य का बहिष्कार किया जाएगा. 1 अगस्त को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा और 5 अगस्त को जयपुर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा. 


गांव की सरकारों के मुखिया द्वारा राज्य सरकार के पंचायती राज मंत्री के खिलाफ खोले गए मोर्चे से जहां एक ओर गांव के विकास का पहिया थम सा गया है तो वहीं दूसरी ओर आगामी विधानसभा चुनाव में इसके परिणाम भी नजर आ सकते हैं. 


Reporter- Damodar Inaniya


 नागौर की अन्य खबरों के यहां क्लिक करें.


Ajmer: युवती बहला-फुसलाकर ले गई बुजुर्ग महिला के गहने, पेंशन बढ़वाने का दिया झांसा


एक सोने के बिस्किट का दाम, 10 हजार, सीकर का युवक जो सोने की तस्करी में फंसा