Nagaur: नागौर में आज मंगलवार को केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने सूफी साहब की दरगाह के सदर के घर पर छापेमारी की है. ईडी ने नागौर में सूफी साहब की दरगाह के सदर शमशेर खां मुन्ना के घर पर यह रेड की है. विदेशी लोगों के साथ की गई ठगी के मामले में यह रेड की गई. करोड़ों रुपए के आर्थिक अपराध से जुड़ा हुआ यह मामला है.


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मास्टरमाइंड  शमशेर खां मुन्ना का भाई महमूद 


इस मामले का मास्टरमाइंड सूफी साहब की दरगाह के सदर शमशेर खां मुन्ना का भाई महमूद है . इस मामले की जांच पूर्व में एसओजी कर चुकी है . सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी नागरिकों के साथ हुई ठगी के इस मामले में अब ईडी ने अपनी जांच शुरू की है. इस पूरे मामले में नागौर निवासी मास्टरमाइंड महमूद ने कुछ लोगों का गिरोह बनाया और अलग-अलग जगह फर्जी कॉल सेंटर बनाए.


फर्जी कॉल सेंटर के जरिए किया टारगेट


फर्जी कॉल सेंटर के जरिए विदेशी लोगों को टारगेट किया. जिसमें विशेषकर अमेरिकी नागरिकों को टारगेट किया गया . कॉल सेंटर के जरिए यह लोग विदेशी नागरिकों को सस्ता लोन देने का झांसा देते थे और बदले में दस्तावेज हड़प थे . इसके बाद उनके साथ ठगी की जा रही थी, फर्जी कॉल सेंटर के जरिए 70 से 80 करोड़ की ठगी की गई है. इसमें सबसे अधिक अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी हुई है. एसओजी पूर्व में इस पूरे मामले में जांच कर चुकी है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. 


8 घंटों तक चली कार्रवाई


सुत्रों ने बताया कि अब इस पूरे मामले में ईडी ने भी अपनी जांच शुरू की है. आज सुबह सात बजे ही ईडी ने सूफी साहब की दरगाह सदर के घर पर रेड की कारवाई शुरू कर दी . जो कारवाई करीब आठ घंटे तक चली . इस दौरान घर के अंदर परिवार के सदस्यों के साथ पूछताछ की और घर की तलाशी ली गई . इस समय दरगाह के सदर शमशेर खां मुन्ना हज की यात्रा पर गए हुए हैं . दरगाह सदर शेमशेर खां मुन्ना का भाई महमूद इस पूरे प्रकरण में पूरी तरह से लिप्त रहा हैं.


इसके साथ दूसरा भाई रफीक भी शामिल रहा है. साथ ही इन लोगों ने नागौर के ही रमजान नामक युवक को अपने साथ मिलाया और उसे तनख्वाह पर रखा गया. रमजान के नाम पर भी खाते खोले गए और उसके खातों में ठगी के रुपए मंगवाते थे, इस मामले में एसओजी पहले अनुसंधान कर चुकी है और कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है . इस के बाद आज ईडी द्वारा छापेमारी की गई जिसमें परिवार के सदस्यो के साथ घर के अंदर पूछताछ की गई .


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