Devanshi Medatia: राजस्थान के नवनिर्मित डीडवाना जिले की बेटी ने अपने जिले का नाम रोशन किया है। डीडवाना विधानसभा क्षेत्र के नजदीकी ग्राम बरागना की रहने वाला देवांशी मेड़तिया का चयन 26 जनवरी की परेड के लिए किया गया है. उन्हें गणतंत्र दिवस पर होने वाले परेड में गार्ड ऑफ ऑनर का सम्मान मिला है।


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बता दें कि देवांशी मेड़तिया अजमेर के सोफिया कॉलेज में फाइनल ईयर की छात्रा हैं जिन्होंने बालिका के चयन के लिए आरडीसी कार्यक्रम में भाग लिया है. बेटी की इस सफलता पर माता पिता सहित परिजनों में खुशिया छाई हुई है.  मिली जानकारी के अनुसार, बरागना गांव की रहने वाली देवांशी ठाकुर, संगीत से सजीव वातावरण में पली बढ़ी है .  उन्होंने अपनी अद्भुत उपलब्धियों से जिले का नाम रोशन किया है। देवांशी मेडतिया ने दिल्ली कर्तव्य पथ के गौरव परेड में "गॉड ऑफ ऑनर" का सम्मान प्राप्त किया है, जिससे उनका परिवार गर्वित है।


क्या होता है गार्ड ऑफ ऑनर 


 जब किसी देश के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री भारत आते हैं तो उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर का सम्मान दिया जाता है. इसके अलावा भी जो विशिष्ट अतिथि भारत आते हैं, उन्हें भी ये सम्मान दिया जाता है. 


 कैसे दिया जाता है गार्ड ऑफ ऑनर 


सलामी के वक्त मुख्य अतिथि एक डायस पर खड़े होते हैं. गार्ड का कमांडर उनके पास आता है और निरीक्षण करने के लिए कहता है. कमांडर विशिष्ट अतिथि से कहता है, "श्रीमान, महोदय, सम्मान गार्ड आपके निरीक्षण के लिए हाजिर है."


इसके बाद VVIP गारद का निरीक्षण करता है. वह इंस्पेक्शन लाइन पर कदम बढाता है. जैसे जैसे वह आगे बढ़ता है, सभी गार्ड उसकी ओर चेहरा घुमाते हैं. इस दौरान कमांडर उसकी दाईं ओर चलता है. निरीक्षण खत्म होने के बाद गार्ड कमांडर VVIP को सैल्यूट करते हैं. जब तक VVIP वहां मौजूद रहता है, तब तक गार्ड ना तो उस जगह को छोड़ता है और ना ही विश्राम की मुद्रा में आता है.


भारत के राष्ट्रपति को 150 सैनिक और भारत के प्रधानमंत्री को 100 सैनिक गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं. भारत के उपराष्ट्रपति के लिए भी 100 सैनिक गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं. बाकी अन्य VVIP को 50 सैनिक गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं.