पाली: खुले में डाला जा रहा कचरा, प्लास्टिक थैलियां खा रहे हैं जानवर
प्लास्टिक की थैलियां और कचरा खाने से गायों की दर्दनाक मौत भी हो चुकी है.
पाली: शहर की गंदगी और कचरा सफाईकर्मी पुलिया के पास डाल रहे है, जिससे न केवल बदबू आती है, बल्कि बारिश के दिनों में यही कचरा नालों में जाता और गंदगी फैलाती है. साथ ही इस कचरे को यहां लिफ्ट कराके फिर खेतावास में लगे कचरा प्लांट तक पहुंचाया जाता है. एक ही कचरे को निस्तारण केंद्र तक ले जाने में दो बार पैसा लगाया जा रहा है.
पाली शहर में नगर परिषद की ओर से सफाई के लिए करीब 600 कर्मचारी लगाए गए है. जो हर वार्ड और सड़क की सफाई करते और कचरे को कचरा स्टैंड तक पहुंचाते, वहां से ट्रैक्टर और टैक्सियों के माध्यम से पुलिया तक पहुंचाया जाता है. जब की इस शहर के गीले और सूखे कचरे को शहर से प्लांट तक ले जाने की बात है, परंतु सफाई कर्मचारी कचरे को दो भागो में प्लांट तक पहुंचाते है. जिसके कारण पुलिया के आसपास कॉलोनी के लोगों को भी परेशान होना पड़ रहा है.
प्लास्टिक के कैचरे का इतना भंडार लगा है कु एक चिंगारी ही सब कुछ नष्ट करने के लिए काफी है , फिलहाल नगर परिषद पांच मोखा पुलिये से जेसीबी से डंपर में कचरा भरकर प्लांट तक पहुंचाने का काम करवा रही.
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घर घर कचरा संग्रहण के लिए करीब 65 टैक्सियां लगी है. जो प्रत्येक घर से कचरा उठा रही और प्लांट तक पहुंचा रही है, प्लास्टिक के कचरे में गाये और जानवर मुंह में भारते है. कई बार प्लास्टिक की थैलियां और कचरा खाने से गायों की दर्दनाक मौत भी हो चुकी है.
इस बारे में जब सभापति रेखा भाटी से बात की तो उन्होंने बताया कि शहर का कचरा और गंदगी साफ करने के लिए करीब 600 से अधिक सफाई कर्मचारी लगाए हुए है. गली गली ,सड़क की सफाई हो रही , घर घर कचरा संग्रहण हो रहा है. शहर में घर घर जाकर गीला व सूखा कचरा उठाया जा रहा है. वहीं पुलिया पर जो कचरा डाला जा रहा है उसे भी लिफ्ट कर प्लांट तक भेज रहे है, उसे जल्द ही उठा लिया जाएगा. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है.
Reporter: Subash Roshiwal
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