Rajasthan : चुनाव से पहले भाजपा के पास ये 7 मुद्दे, जिससे सदन में घिर रही कांग्रेस सरकार
राजस्थान को अगले 5 महीने में नई सरकार मिल जाएगी, लेकिन उससे पहले आखरी विधानसभा सत्र 14 जुलाई से शुरू हो चुका है. इस सत्र में जहां विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कान्ग्रेस कई बिल पेश कर सकती है. तो वहीं भाजपा की ओर से भी सदन में सरकार को घेरने की तैयारी पूरी है.
Rajasthan Politics : राजस्थान को अगले 5 महीने में नई सरकार मिल जाएगी, लेकिन उससे पहले आखरी विधानसभा सत्र 14 जुलाई से शुरू हो चुका है. इस सत्र में जहां विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कान्ग्रेस कई बिल पेश कर सकती है. तो वहीं भाजपा की ओर से भी सदन में सरकार को घेरने की तैयारी पूरी है. बीजेपी की ओर से सदन में सरकार को घेरने के लिए हर रोज एक मुद्दा उठाया जाएगा और इस मुद्दे के बलबूते सरकार को रोज घेरने की कोशिश की जाएगी. इसमें महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, राजस्थान में बढ़ रहे अपराध, दलितों पर हो रहे जुल्म, भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक समेत अन्य कई मुद्दों पर रणनीति तैयार की गई है.
7 मुद्दों से घेरने की तैयारी
कानून व्यवस्था
राजस्थान में लंबे वक्त से कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठते आए हैं, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी कह चुके हैं कि प्रदेश में दहशतगर्दी का माहौल है, लगातार अपराधों में इजाफा हो रहा है जबकि वहीं गैंगस्टर के भी हौसले बुलंद हैं.
कर्ज माफी
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कर्ज माफी के मुद्दे को उठाकर सत्ता में आई, हालांकि विपक्ष आरोप लगाता रहा कि किसानों की कर्ज माफी नहीं की गई. राजेंद्र राठौड़ भी आरोप लगा चुके हैं कि कांग्रेस ने किसानों से कर्ज माफी का झूठा वादा किया था, प्रदेश में 19 हजार ऐसे किसान हैं जिनकी जमीन कुर्क की गई, जबकि राष्ट्रीयकृत बैंकों के करीब 6000 किसानों का कर्जा 12000 करोड़ रुपए को पार कर चुका है.
भ्रष्टाचार
हाल ही में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के बेसमेंट में रखी अलमारी से करोड़ों रुपए की नकदी और सोने की बरामदगी हुई थी, इस मुद्दे को लेकर बीजेपी ने सरकार पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी लगातार भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते आए हैं.
बेरोजगारी और पेपर लीक
देश में सर्वाधिक बेरोजगारी दर राजस्थान में है, ऐसे में भाजपा लगातार बेरोजगारी को पिछले 3 साल से बड़ा मुद्दा बनाती आ रही है, वहीं पिछले 5 साल में एक दर्जन से ज्यादा पेपर की घटनाएं हो चुकी है, इसे लेकर भाजपा कांग्रेस पर बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा करने का आरोप लगाती आई है.
बिजली की दरें
हाल ही में भले ही मुख्यमंत्री ने मुफ्त बिजली का दायरा बढ़ाते हुए 100 यूनिट कर दिया हो, लेकिन भाजपा का आरोप है कि बिजली बिलों में राहत आम जनता को नहीं मिल रही है. अधिकतर उपभोक्ताओं के बढ़े हुए बिल आ रहे हैं.
प्रशासनिक लापरवाही
बीजेपी लगाता सरकार पर अधिकारियों के हावी होने का आरोप लगाते आई है. वहीं कई संवेदनशील मुद्दों पर भी प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाकर बीजेपी सदन और सदन के बाहर सरकार को घेरती रही है.
बिपरजॉय मुआवजा
पिछले दिनों आए बिपरजॉय तुफान से बड़ी तबाही मची थी, प्राकृतिक आपदा में हजारों लोगों के मकान ढह गए थे, जबकि कई परिवारों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था. इस दौरान कई मौतें भी हुई थी, लिहाजा ऐसे में इन परिवारों तक मुआवजा ना पहुंचने का आरोप भी बीजेपी लगातार लगाती आ रही है.
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