217 में से सिर्फ 22 सचिन पायलट समर्थकों को मिली नई कार्यकारिणी में जगह, समझिए सोशल इंजीनियरिंग का गणित
राजस्थान की सियासत में चुनावी बिसात तैयार होने लगी है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल संगठन को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. इसी बीच कांग्रेस ने राजस्थान में जंबो साइज का कार्यकारिणी विस्तार किया है.
Rajasthan Congress : राजस्थान की सियासत में चुनावी बिसात तैयार होने लगी है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल संगठन को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. इसी बीच कांग्रेस ने राजस्थान में जंबो साइज का कार्यकारिणी विस्तार किया है. इस जंबो साइज के विस्तार में कांग्रेस ने ना सियासी समीकरण साधा बल्कि बखूबी सोशल इंजीनियरिंग भी करने की कोशिश की है, लिहाजा ऐसे में समाज के हर तबके को इस नई कार्यकारिणी में जगह दी गई.
राजस्थान कांग्रेस में 217 कार्यकारिणी सदस्य घोषित किए गए हैं, इनमें 18 विधायकों को जगह दी गई है, तो वहीं 55 ST-SC वर्ग के नेता शामिल किए गए हैं. वहीं 13 मुस्लिम अल्पसंख्यक नेताओं को भी इस नई कार्यकारिणी में जगह दी गई है.
सचिन पायलट खेमे के इन नेताओं को मिली जगह
वहीं सचिन पायलट खेमें की बात की जाए तो 217 कार्यकारिणी सदस्यों में से 22 नेता पायलट खेमे से बनाए गए हैं. जहां गजराज खटाना और दर्शन गुर्जर को उपाध्यक्ष बनाया गया है तो वहीं राकेश पारीक, महेंद्र सिंह गुर्जर, प्रशांत शर्मा, इंद्राज गुर्जर, राजेंद्र शर्मा, मुकेश भाकर, राजेश चौधरी, पंडित सुरेश मिश्रा, संजीव जाटव और सोना देवी बावरी को महासचिव बनाया गया है, जबकि सत्येंद्र मीणा, कविता गुर्जर, विभा माथुर, अनिल चोपड़ा, हिमांशु कटारा, विक्रम वाल्मीकि, शैलेश सिंह राणा, सुरेंद्र लांबा और आजाद सिंह राठौड़ को प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा पायलट खेमे से हरिप्रसाद बैरवा को टोंक का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. हालांकि माना जा रहा है अजमेर जिला और शहर के पद पर भी पायलट खेमे के पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी जा सकती है
पायलट खेमें के इन नेताओं को किया ड्राप
वहीं पायलट खेमें के कई नेताओं को कार्यकारिणी से बाहर का रास्ता भी दिखाया गया है. इनमें पायलट गुट के महेंद्र सिंह खेड़ी को प्रदेश सचिव पद से हटाया गया है तो वहीं विधायक वेद प्रकाश सोलंकी को भी प्रदेश महासचिव की सूची से बाहर कर दिया गया है, साथ ही रवि पटेल को विदेश शिफ्ट होने के चलते पदाधिकारी के पद से मुक्त कर दिया गया है. इसके अलावा पायलट खेमें से ही आने वाले मांगीलाल गरासिया और लाखन सिंह मीणा को भी पद से हटाया गया है.
नए लोगों को मिला मौका
नवनियुक्त पदाधिकारियों में ज्यादा नए लोगों को मौका दिया गया है. जहां 21 उपाध्यक्षा में से 17 नए चेहरे हैं, तो वहीं 48 महासचिव में से 31 नए लोगों को मौका दिया गया है जबकि 26 सचिवों में से 14 को पदोन्नत किया गया है.
खाचरियावास अब जयपुर जिला अध्यक्ष नहीं
इसके अलावा जयपुर के जिला अध्यक्ष पद पर भी बड़ा बदलाव देखने को मिला है. मंत्री और विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास लंबे वक्त से जयपुर के जिला अध्यक्ष थे, लेकिन एक पद एक सिद्धांत को लागू करते हुए जयपुर शहर जिला अध्यक्ष पद पर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास की जगह आरआर तिवारी को जिम्मेदारी दी गई है. वहीं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बेटे अमित धारीवाल को भी प्रदेश महासचिव का जिम्मा दिया गया है. इसके अलावा भारत जोड़ो यात्रा में मेहनत करने वाले नेताओं को भी कार्यकारिणी में शामिल कर तोहफा दिया गया है, तकरीबन 56 ऐसे नेताओं को कार्यकारिणी में जगह दी गई है, जिन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के लिए अपने पसीने बहाए थे, हालांकि महेंद्रजीत सिंह मालवीय, मोहन शर्मा, रामलाल जाट, गोविंद राम मेघवाल और राजेंद्र चौधरी को कार्यकारिणी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है. इनमें से कुछ नेताओं को एकपद एक सिद्धांत के नाते भी हटाया गया है.
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