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प्रतापगढ़: सावन के अंतिम सोमवार को कांठल के हरिद्वार कहे जाने वाले गौतमेश्वर महादेव में कोरोना काल के 2 साल बाद निकली गौतमेश्वर महादेव की शाही सवारी में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा. गौतमेश्वर भक्त मंडल की ओर से निकाली जाने वाली महादेव की शाही सवारी इस बार देश भक्ति के रंग में भी रंगी नजर आई. शाही सवारी को लेकर पुलिस की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए.


महर्षि गौतम की तपोस्थली और अपने खंडित शिवलिंग की पूजा के लिए देश भर में विख्यात गौतमेश्वर महादेव से 2 साल बाद निकली शाही सवारी में श्रद्धालुओं का खासा उत्साह नजर आया. सुबह से ही कस्बे में लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया. सुबह 9 बजे शाही सवारी गौतमेश्वर महादेव मंदिर परिसर से विधिवत पूजा अर्चना के बाद शुरू हुई. जो दोपहर अरनोद कस्बे में पहुंची.


शाही सवारी के लिए लोगों ने मार्ग में जगह-जगह स्वागत द्वार बनाकर और पुष्प वर्षा कर भगवान महादेव के प्रति अपनी आस्था प्रकट की. इस बार की शाही सवारी देश भक्ति के रंग में भी रंगी नजर आई. शाही सवारी को आकर्षक बनाने के लिए इसमें कई झांकियां भी शामिल की गई, जिनमें पारंपरिक गैर नृत्य के साथ भवाई नृत्य, राधा कृष्ण और शिव तांडव की झांकी आमजन के आकर्षण का केंद्र रही. शाही सवारी में इस बार आजादी के अमृत महोत्सव का असर भी नजर आया. बग्गी में सवार भगवान गौतमेश्वर महादेव के विग्रह को चारों ओर तिरंगे झंडे से भी सजाया गया, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा. शाही सवारी को लेकर आमजन के साथ युवाओं और बच्चों में भी खासा उत्साह नजर आया.


शाही सवारी को लेकर लोगों में खासा उत्साह
दो साल बाद निकल रही शाही सवारी को लेकर अरनोद कस्बे के लोगों की खुशी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरे कस्बे के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर शाही सवारी के स्वागत में पलक पावडे बिछा दिए. इस दौरान व्यापारियों की ओर से शाही सवारी का कस्बे में जगह-जगह स्वागत किया गया.


सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम


इधर, शाही सवारी में कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद नजर आया, यहां पीपलखूंट डीएसपी और अरनोद थाने के अधिकारियों और जवानों के साथ जिले के चार थानों का जाप्ता और आरएसी के जवान तैनात किए गए, जो शोभायात्रा के पूरे मार्ग पर चाक-चौबंद नजर आए.


Reporter- Vivek Upadhya