Firozabad News: मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम की मुंबई स्थित संपत्ति खरीदने वाले फिरोजाबाद के हेमंत जैन को आखिरकार 23 साल बाद मालिकाना हक मिल गया है.हेमंत जैन ने मुंबई पुलिस, महाराष्ट्र सरकार और पीएम से कब्ज दिलाने की गुहार लगाई है.
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Firozabad News: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की मुंबई स्थित संपत्ति पर 23 साल बाद रजिस्ट्री हुई. नीलामी में दुकान खरीदने वाले फिरोजाबाद के कारोबारी हेमंत जैन की हिम्मत के आगे दाउद का डर हार गया है. 23 साल चली लड़ाई में हेंमत ने हिम्मत दिखाई और कामयाबी मिली. हेमंत जैन ने मुंबई पुलिस, महाराष्ट्र सरकार और पीएम से कब्ज दिलाने की गुहार लगाई है. हेमंत जैन ने कहा कि वह कब्जा लेकर ही रहेंगे चाहे उन्हें कितना भी संघर्ष क्यों न करना पड़े.
हेमंत ने किया कई कानूनी अड़चनों का सामना
साल 2001 में हेमंत जैन ने मुंबई के नागपाड़ा थाना क्षेत्र स्थित दाऊद इब्राहिम की 144 फीट की दुकान को दो लाख रुपये में खरीदी था. इसके लिए 20 और 28 सितंबर 2001 को किस्तों में भुगतान किया था. इस संपत्ति को आयकर विभाग ने जब्त किया था, लेकिन काफी समय तक रजिस्ट्री नहीं हो पा रही थी जिसके कारण हेमंत जैन को बहुत सी कानूनी अड़चनों का सामना करना पड़ा.
साल 2001 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से खरीदा
शहर के लहरी कंपाउंड के रहने वाले हेमंत जैन के मुताबिक, उन्होंने दाऊद इब्राहिम की संपत्ति को साल 2001 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से खरीदा था. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने मुंबई के नागपाड़ा थाना क्षेत्र के जयराज भाई स्ट्रीट इलाके में दाऊद की 23 संपत्तियों को जब्त किया था. इन संपत्तियों में चार फीट की गली में 144 फीट की दुकान भी शामिल थी. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में साल 2001 में इस संपत्ति की नीलामी के लिए एक विज्ञापन निकाला था.अखबार में विज्ञापन निकला लेकिन कई दिनों तक दाऊद की संपत्ति के लिए कोई खरीदार नहीं मिला.खबर पढ़कर हेमंत जैन ने मुंबई इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से संपर्क किया और 144 फीट वाली दुकान को दो लाख में खरीदने का फैसला लिया. दो किश्त में धनराशि जमा की.
संघर्ष के बाद रजिस्ट्री
हेमंत जैन ने अपने संघर्ष की कहानी मीडिया के साथ शेयर करते हुए कहा कि उन्होंने कई बार इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, मुंबई पुलिस और प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखे थे, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. जिसके बाद उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया. कोर्ट के आदेश के बाद 19 दिसंबर को संपत्ति की रजिस्ट्री हो पाई. कोर्ट के आदेश पर दिसम्बर 2024 में 23 हजार 100 और एक लाख 26 हजार 680 रुपये स्टाम्प ड्यूटी के रजिस्ट्रार के दफ्तर में जमा किये. कोर्ट के आदेश के बाद अब हेमंत जैन मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार से संपत्ति का कब्जा दिलाने की अपील कर रहे हैं. हेमंत जैन यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि वे इस संपत्ति का कब्जा लेकर ही रहेंगे.