Pratapgarh News: 20 दिन पहले प्रदेश के जयपुर में एक न्यायिक कर्मचारी की संदिग्ध हालत में हुई मौत के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर प्रतापगढ़ में न्यायिक कर्मचारियों का आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा. आज नारेबाजी करते हुए न्यायिक कर्मचारियों ने अदालत परिसर के बाहर धरना दिया. 


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कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा. आंदोलन के कारण अदालती कामकाज प्रभावित हो रहा है. साथ ही पक्षकारों को भी परेशानी हो रही है. न्यायिक कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष हिनल वैष्णव ने बताया कि 20 दिन पहले जयपुर में एक न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा की पीठासीन अधिकारी के आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. 


परिजनों ने इस मामले में पीठासीन अधिकारी पर हत्या का आरोप लगाया है. इस मामले में अभी तक कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया गया, जिससे पूरे प्रदेश के न्याय कर्मचारियों में आक्रोश है. इसी को लेकर आज दूसरे दिन भी जिले के न्यायिक कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर है. कर्मचारियों की मांग है कि मृतक के आश्रितों को 50 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया जाए. परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. 


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साथ ही पूरे मामले की जांच सीबीआई को सुपुर्द की जाए. लगातार दूसरे दिन न्यायिक कर्मियों के आंदोलन के कारण अदालती कामकाज प्रभावित हो रहा है. पूरे जिले में इंसाफ की आस में अदालतों में आने वाले पक्षकार भटक रहे हैं. न्यायिक कर्मचारियों का यह भी कहना है कि पीठासीन अधिकारियों के आवास पर अंग्रेजों के समय से न्यायिक कर्मचारियों को लगाने की जो दास प्रथा चली आ रही है, उसे समाप्त किया जाए.


Reporter: Vivek Upadhyay


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