Pratapgarh News: राजस्थान का सबसे ऊंचा और गहरा जाखम बांध दोपहर बाद छलक गया. बांध पर 5 सेंटीमीटर की चादर चल रही है. जाखम बांध के छलकने से धरियावद तहसील क्षेत्र के किसानों की उम्मीदें बढ़ गई हैं. यह बांध 22वीं बार छलका है और इससे लगभग 28 हजार हेक्टर क्षेत्र में रबी फसल के लिए सिंचाई का पानी मिलता है.


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जाखम जल संसाधन परियोजना के अधिशाषी अभियंता चंद्र प्रकाश मेघवाल ने बताया कि दोपहर को 31 मीटर की भराव क्षमता वाला जाखम बांध ओवरफ्लो हो गया. बांध पर दोपहर को 5 सेमी की चादर चल गई.


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जाखम बांध की 35 किमी दाई एवं 39 किमी बाई मुख्य नहरों से क्षेत्र में सिंचाई होती है. बांध के निर्माण के बाद पहली बार 1987 में नहरों से फसल सिंचाई के लिए पानी छोड़ा गया था. बांध के छलकने से क्षेत्र के किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई हैं.


अधिशाषी अभियंता मेघवाल ने बताया कि बांध की भराव क्षमता 31 मीटर है और इसमें लगातार पानी की आवक हो रही है. उन्होंने आमजन को भारी वर्षा की चेतावनी देते हुए बांध के नीचे डाउनस्ट्रीम में जाखम नदी बहाव क्षेत्र में किसी भी प्रकार की गतिविधि नहीं करने के निर्देश दिए हैं. 


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जिलेवासियों ने जाखम बांध के छलकने पर खुशी जाहिर की है. बांध के छलकने से किसानों को रबी फसल के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा. जाखम बांध के छलकने से क्षेत्र में सिंचाई की स्थिति में सुधार होने से किसानों की उम्मीदें बढ़ गई हैं.