Sawai Madhopur: सवाई माधोपुर जिले के खंडार तहसील क्षेत्र में तेजा दशमी के अवसर पर क्षेत्र के अलग अलग जगहों पर तेजाजी महाराज मंदिरों में ढोक लगाने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. इस दौरान तहसील क्षेत्र के बालेर, उपतहसील बहरावंडा कलां, ग्राम पंचायत पाली के गांव हरिपुरा सहित बहरावंडा खुर्द कस्बे में तेजा दशमी के अवसर भव्य मेलों का आयोजन हुआ मेले लोगों ने जमकर खरीददारी करते हुए चाट-पकौड़ी खाने का लुत्फ उठाया.


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उपखण्ड क्षेत्र के बालेर, बहरावंडा कलां, हरिपुरा सहित बहरावंडा खुर्द कस्बे में ग्रामीणों द्वारा तेजाजी महाराज स्वरूप युवक को घोड़ी पर बैठाकर गांव के मुख्य मंदिर से तेजाजी महाराज के मंदिर तक लोकगीतों पर बिनोरी निकाली गईं. इस दौरान महिलायें सहित बड़ी संख्या में पुरुष बिनोरी में शामिल हुए. वहीं महिलाएं मंगलगीत गाती हुई. बिनोरी के साथ चल रहीं थीं.लोकदेवता तेजाजी महाराज की बिनोरी का लोगों ने जगह-जगह भव्य स्वागत किया. इस दौरान बिनोरी पर पुष्पवर्षा के साथ तेजाजी महाराज के जयकारों से आसमान गूंज उठा. बिनोरी का समापन तेजाजी महाराज के प्रांगण में पहुंचकर हुआ.


सांप को खेजड़ी वृक्ष पर बिठाने की परंपरा
जहां एक तरफ मेले की रंगत परवान पर चलती है. उसी तरह खेजड़ी वृक्ष पर बैठाए जाना वाला सांप भी श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र माना होता है मेले में पहुँचने वाले श्रद्धालु मंदिर की परिक्रमा के बाद खेजड़ी पर बैठे सांप को देखने के लिए पहुँचते है लोक कथाओं के मुताबिक सर्पदंश के कारण लोकदेवता तेजाजी महाराज की मृत्यु हुई थी जानकार बताते है कि तेजाजी महाराज बचपन से ही साहसी थे एक बार तेजा महाराज अपनी बहन को लेने उसके ससुराल पहुंचे तो पता चला कि दस्यु गिरोह उनकी बहन की सारी गायों को लूटकर ले गए ये देखकर तेजाजी महाराज अपने एक मित्र के साथ जंगलों में बहन की गायों को छुड़ाने के लिए निकल पड़े.


इस दौरान रास्ते में एक सांप तेजाजी महाराज के घोड़े के सामने आ जाता है और उन्हें डसने का प्रयास करता है तभी तेजाजी महाराज उस सांप को वचन दे देते है कि उनकी बहन की गायों को छुड़ाकर वापस वही आएंगे. तब सांप उन्हें डस ले ये सुनकर सांप उनका रास्ता छोड़ देता है वहीं तेजाजी दस्यु गिरोह से अपनी बहन की गायों को छुड़ाने में कामयाब हो जाते है. डाकुओं से हुए युद्ध मे तेजाजी महाराज बुरी तरह घायल हो जाते है. ऐसी अवस्था मे जब तेजाजी सांप के पास पहुंचते है तो सांप खून से लथपथ देखकर कहता कि तुम्हारा शरीर तो पूरा अपवित्र हो गया. मैं डंक कहा मारू तब लोकदेवता तेजाजी महाराज वचनबद्ध होने के कारण सांप को डसने के लिए अपनी जीभ समर्पित कर देते है.


उसी वचनबद्धता को देख नागदेव उन्हें आश्रीवाद देते है कि कोई व्यक्ति सर्पदंश से पीड़ित तुम्हारे नाम का धागा बांधेगा तो उस पर जहर का असर नही होंगा इसी मान्यता के चलते हर साल भाद्रपद शुक्ल दशमी को तेजादशमी के रूप में मनाकर लोकदेवता तेजाजी महाराज की पूजा की जाती है वहीं जिन लोगों ने सर्पदंश से बचने के लिए तेजाजी का धागा बांधा हुआ होता है उसे खोला जाता है जिसे स्थानीय भाषा मे बंद काटना या तांतिया काटना कहते है.


मेले में सामाजिक संगठनों ने निभाया सरोकार


मेले में व्यवस्थाओं को लेकर जहां पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तेद नजर आया वैसे ही सामाजिक कार्यकर्ता पानी के प्याऊ, भंडारा लगाकर लोगों की आवभगत करते नजर आए.तेजाजी महाराज के मेले में पहुँचने बाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नही उठानी पड़े इसके लिए मंदिर मेला समितियों, ग्राम पंचायत, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लोगों के बैठने, खाने पीने के पुख्ता इंतजाम किए वहीं खंडार एसडीएम बंशीधर योगी, तहसीलदार तुलसीराम शर्मा थानाधिकारी सुरेश कुमार ने थाना स्टाफ के साथ आरएसी जवानों को मेले की व्यवस्था बनाने और शांतिपूर्ण मेले के समापन लिए तैनात किया इस दौरान बहरावंडा कलां में थानाधिकारी गजानंद शर्मा ने मय पुलिस जवानों के साथ मेले का जायजा लिया वहीं मेले में व्यवस्था बिगाड़नेवाले तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए इसी तरह बालेर कस्बे में आयोजित तेजाजी महाराज मेले में पुलिस जवान व्यवस्थाओं को लेकर सतर्क नजर आये बहरावंडा खुर्द कस्बे में पुलिस चौकी इंचार्ज फैयाज खान ने स्वयं मेले की व्यवस्थाओं की बागडोर अपने हाथों में थामते हुए आरएसी जवानों सहित पुलिस स्टाफ को अलग अलग जगहों पर तैनात किया और मेले की गतिविधियों पर पैनी निगाहे बनाये रखने के निर्देश दिए जिसके बाद सभी जगहों पर शांति पूर्ण ढंग से तेजाजी महाराज के मेले संपन्न हुए.


हजारों की भीड़ के बाद भी नेशनल हाईवे पर रेंगते नजर आए वाहन


बैकग्राउंड- खंडार क्षेत्र के बहरावंडा खुर्द कस्बे में तेजाजी महाराज का मेला मुख्य हाइवे एनएच-552 पर भरता है जिसके चलते क्षेत्र के करीब 30 गांव के लोग मेले में पहुँचते है जहां हजारों लोगों की भीड़ के बाद जाम के हालात बन जाते है लेकिन इस बार बहरावंडा खुर्द एएसआई फैयाज खान ने लगातार मेले में पैदल गस्त कर वाहनों का संचालन चालू रखा जिसकी बदौलत बड़ा जाम लगने की स्थित नही बनी हालांकि भारी भीड़ के चलते वाहन चालक सड़क पर रेंगते हुए नजर आये.


Reporter- Arvind Singh


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