Sawaimadhopur : अवैध बजरी खनन से गिर रहा बनास का जलस्तर, नियमों की धज्जियां उड़ा रहे माफिया के सामने पुलिस बेबस
Sawaimadhopur news: अवैध बजरी खनन इलाके के लिए परेशानी का सबबा बना हुआ है. माफिया के आगे पुलिस भी पूरी तरह नाकाम दिख रही है. लगातार हो रहे बजरी खनन के चलते बनास का जलस्तर लगातार गिर रहा है.लेकिन सफेद बजरी के काले कारोबारी निर्बाध रूप से बजरी खनन कर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
Sawaimadhopur, Baunli: क्षेत्र में अवैध बजरी खनन व परिवहन नासूर बना हुआ है. लगातार हो रहे बजरी खनन के चलते बनास का जलस्तर लगातार गिर रहा है.लेकिन सफेद बजरी के काले कारोबारी निर्बाध रूप से बजरी खनन कर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. मुख्य बनास नदी क्षेत्र में अत्याधुनिक मशीनों से बजरी का लगातार खनन किया जा रहा है.अत्यधिक खनन अब दोहन का रूप लेता जा रहा है. लेकिन मुख्य खनन क्षेत्र में खनन, परिवहन और पुलिस विभाग द्वारा एक भी बड़ी कार्यवाही को अंजाम नहीं दिया गया है.हालांकि कार्यवाही की औपचारिकता के नाम पर बजरी परिवहन कर रहे ट्रैक्टर ट्रोलियों को जब्त कर इतिश्री कर दी जाती है. लेकिन बड़े पैमाने पर हो रहे बजरी खनन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है.
बड़े खनन माफियाओं के साथ प्रशासनिक व राजनीतिक सांठ-गांठ से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला के निर्देशों के बाद क्षेत्र की पुलिस समय-समय पर कुछ वाहनों को जप्त कर लेती है. लेकिन समस्या की मूल जड़ तक अभी तक कोई विभाग नहीं पहुंच सका है. और जब तक खनन पर समुचित कार्यवाही नहीं होगी परिवहन रोक पाना अव्यवहारिक साबित होगा.
बनास नदी से बजरी खनन कर यहां से गुजरते हैं माफिया
बनास नदी से बजरी खनन होने के बाद हथडोली, हिंदूपुरा जटावती, बड़ागांव,रवासा,एक्सप्रेस वे,अलूदा, मित्रपुरा सहित विभिन्न रास्तों से होकर बजरी वाहन गुजरते हैं. रात्रि के समय अत्यधिक मात्रा में बजरी परिवहन होता है. मसलन दुर्घटनाओं का भी अंदेशा बना रहता है. अधिकांश बजरी चालक तेज आवाज में गाने बजाते हुए परिवहन करते हैं जिससे पूर्व में भी दर्जनों दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.
पुलिस विभाग की कोशिशें हो रही नाकाम
खनन परिवहन और पुलिस विभाग की अलग-अलग टीमें बजरी परिवहन पर कार्रवाई का दम भरती है. लेकिन धरातल पर तस्वीरें कुछ और ही बयान करती है. बजरी माफिया बनास का सीना छलनी कर रहे हैं. लगातार हो रहा बजरी दोहन गिरते भूजल स्तर का मुख्य कारण बना हुआ है. इसी प्रकार यदि बनास से बजरी निकलती रही तो भूजल स्तर और गहराता चला जाएगा. पूर्व में बनास नदी जो खरबूजे और ककड़ी की मिठास के लिए पूरे सूबे में विख्यात थी अब वही बनास बजरी माफियाओं की तिजोरियां भरने का मुख्य साधन बनी हुई है.
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