Laxmangarh: राजस्थान के सीकर के लक्ष्मणगढ़ उपखंड क्षेत्र के बगड़ियो का बास का लाल बीएसएफ हेड कांस्टेबल शीशपाल बगड़िया शहीद हो गया. शहीद शीशपाल बगड़िया 19 अक्टूबर 1994 को बीएसएफ में भर्ती हुआ था.


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संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में अफ्रीका के कांगो में मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन के दौरान शीशपाल बगड़िया शहीद हो गए. बीएसएफ ने बुधवार को ट्वीट कर इस घटना और भारतीय जवानों के शहीद होने की जानकारी दी.    


जानकारी के अनुसार, वहां स्थानीय लोगों ने पूरे कांगो में मोनुस्को के खिलाफ प्रदर्शन का आह्वान किया था.  गोमा में हिंसक हुए प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त राष्ट्र संघ की संपत्ति को लूट लिया और आग लगा दी.


वहीं, मंगलवार को स्थिति इतनी हिंसक हो गई और उन लोगों ने सीएसएफ प्लाटून पर हमला कर दिया. इसी के दौरान भारतीय सेना के 2 जवान शहीद हो गए, जिसमें राजस्थान के बाड़मेर के सांवलाराम बिश्नोई और सीकर के शीशपाल बगड़िया शामिल थे. साथ हीं, ये दोनों आपस में रिश्तेदार भी हैं. 


शहीद शीशपाल बगड़िया संयुक्त राष्ट्र की ओर से अफ्रीका के कांगो में मिशन पर गए थे और करीब ढाई महीने पहले ही गांव से छुट्टी पूरी करके इस मिशन पर गए थे. जवान शीशराम के परिवार ने बताया कि हिंसक प्रदर्शन के दौरान वे पत्नी कमला के साथ वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें गोली लग गई. 


बता दें कि पत्नी विरांगना कमला बगड़िया सरकारी शिक्षिका हैं. उनके दो बच्चे हैं, जिसमें शीशपाल की बेटी कविता ने हाल ही में एमबीबीएस की है और उनका बेटा ग्रेजुएशन कर रहा है.


शहीद हुए शीशपाल बगड़िया का पार्थिव गांव बगड़िया का बास में लाया जाएगा. शहीद शीशपाल बगड़िया के माता-पिता गांव बगड़िया का बास में रहते हैं, जबकि भाई और शीशपाल का परिवार जयपुर में रहता है. 


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