इस टैक्स को लेकर किसानों ने निकाली ट्रैक्टर रैली, किया अनिश्चितकालीन धरना
सीकर जिले के किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर ट्रैक्टर रेली निकाली. जिसमें सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टर सहित शामिल हुए. यह रैली रामू का बास चौराहे से शुरू होकर खनिज विभाग पर खत्म हुई.
Sikar: सीकर जिले के किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर ट्रैक्टर रेली निकाली. जिसमें सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टर सहित शामिल हुए. यह रैली रामू का बास चौराहे से शुरू होकर खनिज विभाग पर खत्म हुई. तथा उसके बाद किसानों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए माकपा नेता अमराराम के नेतृत्व में खनिज विभाग के सामने ट्रैक्टर सहित अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया. जो मांग नहीं माने जाने तक जारी रहेंगा.
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बता दें कि, धरना स्थल पर पहुंचने से पहले जिले के सैकड़ों किसान अपने ट्रैक्टर के साथ जयपुर रोड पर बने रामू का बास तिराहे से ट्रैक्टर रैली के साथ खनिज विभाग पहुंचे. रैली में करीब 300 ट्रैक्टर शामिल हुए. इस रैली को लेकर किसानों का कहना है कि, जब तक रवाना वापस शुरू नहीं किया जाता है, तब तक धरना जारी रहेगा.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव कॉमरेड अमराराम ने बताया कि, पहले तो राज्य सरकार ने दो साल पहले ओवरलोड के नाम पर किसानों के ट्रैक्टर पर लाखों रुपए की पेनल्टी लगाई थी. जिसके विरोध में किसानों के आरटीओ ऑफिस पर धरना भी दिया था. अब राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट से अवैध बजरी खनन को रोकने के लिए आदेश लेकर आई है. जिसके तहत बिना रजिस्ट्रेशन के किसान का ट्रैक्टर को रवाना देना बंद कर दिया है.
ऐसे में यदि वह खान संचालक को पैसे देने के बाद भी पत्थर लेकर आता है. तो वह गैरकानूनी माना जाता है, जिस पर माइनिंग विभाग, पुलिस 1 लाख तक की पेनल्टी लगा सकती है. जिसे वापस लेने की मांग की जा रही है.
इसके आगे कॉमरेड अमराराम ने बताया कि, केंद्र सरकार ने यह आदेश दिया है कि 15 साल से पुराना ट्रैक्टर नहीं चलेगा, जबकि एक ट्रैक्टर 40 से 50 साल तक चल सकता है. इसको लेकर भी किसानों में आक्रोश है. साथ ही पेट्रोल और डीजल जो राज्य और केंद्र सरकार के टैक्स के चलते दुगुने दामों में मिल रहे हैं. उन्हें भी कम किया जाए.
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