Neem Ka Thana: जाट समाज में पगड़ी रस्म के दौरान मृत्युभोज नहीं करने का संकल्प, मिला लोगों का समर्थन
Neem Ka Thana: राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना में जाट समाज में 12वें की पगड़ी रस्म के दौरान मृत्युभोज जैसी कुप्रथा को बंद कर समाज सेवा और गौ सेवार्थ के लिए सहयोग करने की पहल का स्वागत किया गया.
Neem Ka Thana: राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना में जाट समाज में 12वें की पगड़ी रस्म के दौरान मृत्युभोज जैसी कुप्रथा को बंद कर समाज सेवा और गौ सेवार्थ के लिए सहयोग करने की पहल का स्वागत किया गया. उपखंड क्षेत्र के ग्राम गोरधनपुरा में बोराण परिवार द्वारा स्वर्गीय मूलचंद बोराण के 12वें की पगड़ी रस्म के दौरान मृत्युभोज नहीं करने का संकल्प किया गया, जिसका कार्यक्रम में मौजूद समाज के सैकड़ों लोगों का भरपूर समर्थन मिला.
पगड़ी की रस्म पर मृत्यु भोज ना कर समाज सेवा और गौ सेवार्थ तीन लाख पचास हजार रूपये की राशि भेंट कर समाज के लिए एक नई मिशाल पेश की है. पगड़ी रस्म के दौरान स्वर्गीय बोराण के पुत्र समाज सेवी संजय चौधरी, सतीश बोराण और परिजनों ने समाज सेवा को लेकर वीर तेजाजी शिक्षण संस्थान जाट छात्रावास अध्यक्ष हरिसिंह गोडावास और कार्यकारिणी को 2 लाख 51हजार, गौसेवार्थ को लेकर गोपाल गौशाला के अध्यक्ष दौलत राम गोयल को 51 हजार रूपये और ग्राम गोरधनपुरा में विकास कार्यों को लेकर 51 हजार रूपये समाज सेवा के लिए भेंट किए.
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पगड़ी रस्म कार्यक्रम में विधायक सुरेश मोदी, सुभाष मील खण्डेला, विधायक फूलचंद गुर्जर, भाजपा नेता प्रमोद बाजोर, सरपंच जवाहर सिंह चौधरी, आरएलपी महासचिव मनीष चौधरी, रतनलाल दीवाच, डॉ रणजी जाखड़, राजू ठेहट, दादा प्रभु दयाल शर्मा, पूर्व प्रधान मदनलाल भावरिया, सरपंच बिरबल काजला, सरपंच विनोद जाखड़, भोलाराम लाम्बा, दयाराम चाहर, दलाराम चौधरी, इन भगवान सिंह लाठर, राजपाल डोई, सरपंच सुरेश खैरवा, रामोतार बड़सरा, नाथूलाल शर्मा, मेजर सरपंच सहित सैंकड़ों की संख्या में लोगों ने स्वर्गीय बोराण को श्रद्धांजलि अर्पित की है.
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