Tonk: सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह ने गहलोत-सचिन पायलट के बीच चल रहे सियासी बवाल में कूदते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत कांग्रेस का एक मजबूत चेहरा है. उनके साथ काफी विधायक है. जबकि सचिन पायलट के पास विधायकों का बहुमत नहीं है. ऐसी स्थिति में वे सीएम बनने का सपना देख रहे हैं. जो कैसे संभव होगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रेस वार्ता के दौरान सांसद ने कहा कि आगामी चुनाव में भी कांग्रेस अशोक गहलोत के नेतृत्व में ही लड़ेगी. ऐसा उन्हें विश्वास हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अशोक गहलोत का कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं कांग्रेस भी अशोक गहलोत की बात को मजबूत तरीके से लेती है. जबकि सचिन पायलट सीएम बनने के लिए राहुल गांधी, सोनिया गांधी तक अपनी दौड़ लगा चुके हैं.


बता दें कि प्रदेश कांग्रेस की अंदरूनी कलह एक बार फिर देखने को मिली है.कुछ दिनों के लिए सियासी बयानबाजी राहुल गांधी की बायनबाजी के दौरान मानो थम सी गई थी लेकिन अब ये बयान बाजी दोबारा से शुरू हो गई है. सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक दूसरे पर लगातार सियासी हमले पिछले 4 दिनों से करते हुए दिखाई दे रहे हैं.


पांच जिलों के दौरों पर सचिन पायलट किसान सम्मेलन के चलते हैं. इस किसान सम्मेलन के दौरान पेपर लीक माफियाओं पर कार्रवाई के साथ नकल के मुद्दे पर कटाक्ष किया. ये कटाक्ष उन्होंने 16 जनवरी को किया. सीएम गहलोत ने भी पायलट के बयान का जवाब उन्हीं के अंदाज में दिया था. 


इसी बयान बाजी के चलते बुधवार के दिन सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट की तुलना कोरोना से कर दी. बता दें कि 18 जनवरी बुधवार को कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिवालय में बातचीत कर रहे थे. इसी समय  मुख्यमंत्री पर एक कर्मचारी नेता ने आरोप लगाया कि आप कर्मचारियों की ओर से बार बार कहने पर भी मिलते नहीं हो. इसके जबाव में सीएम गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बिना तंज कसा और कहा कि अब मैं मिलने लगा हूं. उन्होंने कहा कि  पहले उपचुनाव फिर राज्यसभा चुनाव और कभी कोरोना आ गया था. 


ये भी पढ़ें


 मोदी कैबिनेट का विस्तार जल्द, राजस्थान से इन चेहरों को किया जाएगा शामिल ! चुनावों पर नजर 


विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत ने लोगों की सुनी समस्या, अधिकारियों को समाधान करने के दिए निर्देश


कलेक्टर ने सच कहा तो लग गई बीजेपी नेता को मिर्ची!गरमागरम बहस के बाद कलेक्टर बोले- कानून का राज चलेगा, मनमर्जी का नहीं