Tonk news: केंद्र सरकार ने परिवहन व्यवस्था सुगम करने के लिए देश में नेशनल हाईवे का जाल बिछाया और उसके रखरखाव के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियों को टोल वसुलने की जिम्मेदारी भी दी. लेकिन राजस्थान के टोंक से होकर गुजर रहे हाइवे पर एआईआरबी टोल कंपनी के कार्मिक टोल वसूली की जगह वाहन चालकों से चौथ वसूली और लूट का काम खुलेआम कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां टोंक के सोनवा टोल प्लाजा के कार्मिकों द्वारा वाहन चालक और भाजपा नेकी की गाड़ी बेरीकेट्स पर इस वजह से रोक दी गई कि आपके कार्ड में बैलेंस नहीं है. 


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फिर वाहन चालक ने बहस की तो कार्ड ब्लॅाक होने का हवाला दे दिया. जब जिद बहस बढ़ी तो टोल कार्मिकों ने यह कह दिया 200 रुपए का चार्ज बनता है आप 100 रूपए देकर निकल जाइए. वाहन चालक ने राशि की पर्ची मांगी तो इनकार कर दिया. काफी जद्दोजहद के बाद जब वाहन चालक ने अपने फास्टैग का स्टेटस टोल कर्मियों को दिखाया, तो भी वह नहीं माने थक हार कर जब ऑनलाइन शिकायत की गई तो हड़बड़ाहट के बाद वाहन चालक को जाने दिया.


 वाहन चालक ने जब टोल मैनेजर को बुलाने और उससे मिलने की जिद की तो टोल मैनेजर मिलने तक नहीं आया. हद तो यह हुई कि टोल पर उनकी शिकायत तक दर्ज नहीं हुई. बीजेपी नेता दुर्गेश गुप्ता ने बताया कि 9 जून को कोटा से टोंक लौट रहे थे. इस दौरान सोनवा टोल पर कर्मचारियों ने कहा कि आपके फास्टैग में बैलेंस नहीं है. नियमों के अनुसार आपको टोल के दोगुने रुपए देने होंगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरे फास्टैग में बैलेंस है. 


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उन्होंने टोलकर्मियों को मोबाईल में फास्टैग का बैलेंस बताया तो उसमें 2200 रुपए बैलेंस था और मेरी गाड़ी का फास्टैग ब्लैक लिस्ट भी नहीं था. इसके दौरान टोल कर्मचारियों ने हरियाणा की 2 गाड़ियों से दोगुने रुपए वसूल लिए. इस पर मैंने टोल के कंट्रोल रूम पर शिकायत की तो टोल कर्मचारी घबरा गए और बेरियर खोल दिया. उन्होंने इसकी शिकायत केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और टोल कंपनी के जनरल मैनेजर से की है. टोल कंपनी के जनरल मैनेजर अजय जीमन ने बताया कि टोल प्लाजा पर गड़बड़ी की शिकायत मिली है, जिसकी जांच करवाई जा रही है, जांच में जो भी सामने आएगा. उसी अनुरूप कार्रवाई की जाएगी.