कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद लगातार व्यापारियों को मिल रही जान से मारने की धमकी, पुलिस अलर्ट
Kanhaiyalal Murder Case: बेपटरी हुआ उदयपुर शहर पटरी पर लौटने लगा, लेकिन इस बीच एक के बाद एक मिल रही व्यापारियों को जान से मारने की धमकी ने पुलि प्रशासन के लिए नई परेशानियां खड़ी कर दी है.
Udaipur: राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद पूरे शहर में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. हालांकि पुलिस और प्रशासन के कुशल नेतृत्व से शहर में एक बार फिर से शांति व्यवस्था बहाल हुई.
बेपटरी हुआ उदयपुर शहर पटरी पर लौटने लगा, लेकिन इस बीच एक के बाद एक मिल रही व्यापारियों को जान से मारने की धमकी ने पुलि प्रशासन के लिए नई परेशानियां खड़ी कर दी है.
अलर्ट मोड पर पुलिस
पुलिस अलर्ट मोड पर है और इस तरह की धमकियां देने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. देश और दुनिया में लेक सिटी के नाम से मशहूर उदयपुर शहर फिजा 28 जून को अचानक उस समय बदल गई, जब दो बदमाशों ने तालिबानी कृत्य करते हुए मालदास स्ट्रीट में टेलरिंग का काम करने वाले कन्हैयालाल की गला रेत कर हत्या कर दी. इस हत्याकांड के बाद उदयपुर शहर की कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था.
पुलिस प्रशासन के प्रयास के बाद शहर फिर से शांत हुआ. शहर का पर्यटन व्यवसाय भी पटरी पर आने लगा, लेकिन इस बीच एक के बाद एक व्यापारियों को मिल रही जान से मारने की धमकी ने शहर के फिर खौफ का माहौल देखा जा रहा है.
बीते कुछ दिनों में एक सेल्समेन सहित चार व्यापारियों को जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है. इन चार मामलों के सामने आने के साथ ही स्थानीय पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया है. पुलिस ने सभी व्यापारियों को सुरक्षा देने हुए धमकी देने वालो की तलाश कर दी है. वहीं, पुलिस प्रशासन आम जन में विश्वास को बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है.
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पुलिस अधीक्षक विकाश शर्मा और कलक्टर ताराचंद मीणा लोगों के बीच में जाकर उनसे बात कर रहे हैं. एसपी शर्मा ने बताया कि बीते 15 दिनों में जिलेभर में पुलिस अधिकारियों ने करीब 125 मीटिंग्स का आयोजन किया है, जिसमे लोगों को सोशल मीडिया पर वायरल होते फेंक मेसेज से भ्रमित नहीं होने के लिए जागरूक किया जा रहा है.
अब तक 11 लोगों की हुई गिरफ्तारी
लोगों को धमकी देने और साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाने के मामलों को लेकर पुलिस पूरी तरह से सख्त है. शहर के विभिन्न थाना इलाको में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो व्यापारियों को धमकी देने और उनकी रैकी कर रहे थे. वहीं, पूर्व में पाबंद किए गए 6 ऐसे बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जो पाबंद अवधि के दौरान कानून का उल्लंघन कर रहे थे.
पुलिस ने आदतन अपराधियों पर भी नजर रख रही है. वहीं, विशेष अभियान चला कर अवैध हथियार रखने वाले और नशे के कारोबारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है. पर्यटन व्यवसाय को बढ़ाने पर जोर शहर में शांति व्यवस्था कायम होने के साथ ही स्थानीय प्रशासन का पूरा ध्यान पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने पर है. कलेक्टर ताराचंद मीणा ने पर्यटन व्यवसायियों की बैठक ली. साथ हीं, पर्यटन विभाग को मानसून सीजन में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं. साथ हीं, यहां आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था को भी पुख्ता करने के निर्देश जारी किए है.
चेंबर ने किया व्यापारियों को सतर्क रहने का आह्वान
व्यापारियों को मिल रही धमकी को लेकर उदयपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स भी पूरी तरह से अलर्ट है. चेंबर के अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि इन धमकियों से व्यापारियों में खौफ का माहौल है. हालांकि उन्होंने पुलिस प्रशासन की ओर से मिल रही सुरक्षा व्यवस्था पर संतुष्टि जाहिर की. चेंबर ने व्यापारियों से आह्वान किया कि वह सतर्क रहते हुए अपना कारोबार करें.
साथ हीं, अगर उन्हें किसी तरह से धमकी मिलती है उसका पुलिस के साथ अपने व्यापार मंडल और चेंबर को भी सूचना को दें, जिससे ऐसे लोगों के खिलाफ समय पर कार्रवाई की जा सकें.
बहरहाल शहर को पटरी पर लाने के साथ यहां की कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पिछले कुछ समय से पुलिस और प्रशासन तत्परता के साथ जुड़ा हुआ है. ऐसे में पुलिस को तत्परता दिखाते हुए इन मामलों का समय रहते खुलासा करना होगा, जिससे शहर में शांति बनी रहे और लोगों का पुलिस के ऊपर विश्वास बना रहे.
Reporter- Avinash Jagnawat
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