Biparjoy: बिपरजॉय तूफान के बीच आदिवासी समाज ने उदयपुर में भरी हुंकार, डीलिस्टिंग के खिलाफ उठाई आवाज
Biparjoy: बिपरजॉय तूफान के बीच उदयपुर के गांधी ग्राउंड में आदिवासी समाज ने हुंकार भरी है, रविवार को आयोजित जनसभा में बिपरजॉय के बीच भी कार्यक्रम नहीं रुका. समाज के लोगों ने डीलिस्टिंग के खिलाफ आवाज उठाई.
Biparjoy: बिपरजॉय तूफान की बारिश के बीच संभाग के हजारों आदिवासी समाज के लोगों ने रविवार को उदयपुर में हुंकार भरी. गांधी ग्राउंड में आयोजित हुई विशाल सभा के दौरान आदिवासी समाज के लोगों ने डीलिस्टिंग के खिलाफ आवाज उठाई.
समाज के लोगो ने धर्मांतरण करने वाले आदिवासी समाज के लोगों को एसटी वर्ग का मिलने वाला लाभ बंद करने की मांग की.सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि धर्मान्तरण न सिर्फ जनजाति संस्कृति के लिए ही नहीं,बल्कि देश के लिए भी खतरा है.
धर्मान्तरण से जनजाति समाज की पहचान,उसका अस्तित्व ही संकट में आ जाएगा. तब इस बात पर विचार करने के लिए भी समय भी नहीं रहेगा.डीलिस्टिंग आंदोलन जनजाति समाज के भविष्य के लिए संघर्ष है. इस बात को हम सभी को गहराई से समझना होगा. इस आंदोलन को सफल करने के लिए संकल्पित होना होगा. जनजाति सुरक्षा मंच राजस्थान के आह्वान पर उदयपुर में हल्दीघाटी युद्ध विजय दिवस पर आयोजित.
इस हुंकार महारैली में वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र खराड़ी,बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज सहित कई संत मौजूद रहे. इससे पहले उदयपुर शहर के पांच अलग-अलग जगहों से डीलिस्टिंग के विरोध में हुंकार महारैली का आयोजन किया गया.
उसे रैली में आदिवासी समाज के लोगों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ धर्म परिवर्तन पर अपना संदेश देते हुए लोगों को सजक रहने की बात कही.हुंकार महारैली में संत बग्गियों में विराजमान थे.इस मौके पर सभी संतों का आदिवासी समाज के लोगों को आशीर्वाद मिला.
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