Udaipur: राजस्थान के उदयपुर (Udaipur News) के झाडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अडोल गांव में अंधविश्वास के चलते एक और प्रसूता की मौत हो गई है. झाडोल आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है. यहां आज भी ग्रामीण लोग बीमार होने पर अस्पतालों की बजाए भोपा और झोलाछाप चिकित्सकों के पास जाते हैं. 


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ऐसा ही वाक्या रविवार को झाडोल में फिर देखने को मिला, जब अडोल गांव की प्रसूता लीला देवी जिसके 6 माह का गर्भ था. उसको दो दिनों से पेट दर्द की शिकायत थी, पर परिजन हॉस्पिटल लाने की बजाय उसको स्थानीय भोपाजी के पास लेकर गए, जहां भोपाजी ने 2 दिनों तक झाड़ फूंक कर उसे जल्द ठीक होने की बात कही लेकिन शनिवार रात को प्रसूता की हालत और खराब होने पर रविवार सुबह परिजन निजी टेंपो में प्रसूता को झाडोल हॉस्पिटल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.


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प्रसूता की रास्ते में ही मौत हो गई थी. फिलहाल प्रसूता के शव को झाडोल सीएससी की मोर्चरी में रखवाया है. वहीं झाडोल सीएससी प्रभारी डॉ रमेश कटारा ने पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा करने की बात कही है. वहीं आदिवासियों में मौताणा कुप्रथा के डर से मृतका का ससुराल पक्ष डरा और सहमा हुआ दिखाई दे रहा है.


Reporter- Avinash Jagnawat