Maharana Pratap Love Story: महाराणा प्रताप का राजस्थान की आन-बान-शान कहा जाता है, उनकी वीरता और शौर्य की कहानी पूरी दुनिया में मशहूर है. लेकिन आज हम आपको उनकी कोई वीर गाथा नहीं बल्कि उनकी लव स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं. 


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दरअसल महाराणा प्रताप की पहली रानी अजबदे थे, जिनके बीच पति-पत्नी से पहले दोस्ती का रिश्ता था. दोनों की दोस्ती कुछ ऐसी थी कि महाराणा प्रताप कोई भी फैसला लेने से पहले अपनी रानी से पूछा करते थे. महाराणा प्रताप और रानी अजबदे दोनों साथ में बड़े हुए और फिर 17 साल की उम्र में महाराणा प्रताप की शादी बिजोलिया की राजकुमारी अजबदे के साथ हुई. 


विजेता प्रताप पुस्तक के रचियता और इतिहासकार चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप की शौर्य की कहानियों के बारे में सभी लोग जानते हैं कि उन्होंने किस तरह मुगलों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. महाराणा प्रताप के सभी खास फैसलों में रानी अजबदे उनकी मदद करती थी.  


रानी में दिखती मां की झलक
महाराणा प्रताप को अपनी रानी अजबदे में उनकी मां की झलक दिखती थी. इसके अलावा अजबदे को भी राजनीतिक मामलों का बहुत ज्यादा ज्ञान था. ऐसे में  महाराणा प्रताप अपने हर फैसले में अजबदे से विचारविमर्श करते थे. 


महाराणा प्रताप वनों में रही अजबदे 
महाराणा प्रताप ने मुगलों से लोहा लेने के लिए अपने राजपद को त्याग दिया था. इसमें भी उनकी रानी अजबदे उनके साथ रही. साथ ही उनके साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ी रही. वह महाराणा प्रताप के साथ वन में रही. 


रानी अजबदे ने महलों के सुख का त्याग किया और प्रताप के साथ मुगलों की गुलामी स्वीकार करना नहीं चुना. वह हमेशा महाराणा प्रताप के साथ रही. वहीं, महाराणा प्रताप के बाद उनके और रानी अजबदे के पुत्र महाराणा अमर सिंह मेवाड़ के राजा बनें.  


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