Udaipur: राजस्थान के उदयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. एसीबी की टीम ने अपनी कार्रवाई में ड्रग्स डिपार्टमेंट के दो अधिकारियों और उनके एक दलाल साथी को 22 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप किया. एसीबी की टीम मामले में अग्रिम अनुसन्धान कर रही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एसीबी के उपमहानिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि दवाईयों का कारोबार करने वाले एक परिवादी ने एसीबी के समक्ष शिकायत पेश करते हुए बताया कि सहायक औषधि नियंत्रक चैतन्य प्रकाश पंवार और औषधि नियंत्रक धीरज शर्मा उसकी दुकान पर आकर दवाईयों का लेखा-जोखा मांग कर उसे नारकोटिक्स केस में फंसाने की धमकी दे रहे हैं. इससे बचने के लिए उन्होंने 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी है. 


इस पर दोनों के बीच 30 हजार में सौदा तय हुआ. इसके बाद  एसीबी के एसपी डॉ राजीव पचार के निर्देशन पर एएसपी उमेश पूजा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन किया. सत्यापन के दौरान परिवादी ने 8 हजार की रिश्वत दे दी. 


एसीबी की टीम ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए आरोपी चैतन्य प्रकाश कुमार पुत्र सोहनलाल पवार निवासी बिलाड़ा जोधपुर और धीरज शर्मा पुत्र महेंद्र शर्मा निवासी बयाना भरतपुर के साथ उनके साथी दलाल और ड्रग्स कारोबारी अंकित जैन पुत्र इंदर लाल जैन निवासी गांधी चौक सराडा को 22000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया. एसीबी की टीम अब तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. साथ हीं, इनके घरों पर भी सर्च अभियान चलाया गया है. 


Reporter- Avinash Jagnawat


यह भी पढे़ंः Video: ट्रेडिशनल की जगह मिनी ड्रेस में दिखी गोरी नागोरी, दिलजीत के गाने पर दिखाए मूव्स


अपने जिले की खबर देखने के लिए यहां क्लिक करें