उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड पर क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने जो कहा, उसपर भी ध्यान देना चाहिए
उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद Udaipur murder case पर क्रिकेटर मोहम्मद कैफ का बयान सामने आया है. उदयपुर मर्डर केस पर mohammad kaif ने सख्त टिप्पणी की है
Udaipur murder case : उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड ( kanhaiyalal murder ) के बाद राजस्थान (Rajasthan) में इन दिनों इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है. कई जगह धारा-144 लगा दी गई है. भारत के हर हिस्से और हर तबके से इस मामले में बयान सामने आ रहे है. अब इस मामले में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ का बयान सामने आया है.
उदयपुर हत्याकांड पर मोहम्मद कैफ ने क्या कहा
उदयपुर मर्डर केस पर क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने ट्वीट किया है. ट्वीट कर मोहम्मद कैफ ने इस हत्या की निंदा की है. कैफ ने कहा कि हत्यारों का कोई धर्म नहीं होता है. और किसी भी हत्या पर कोई सफाई नहीं देनी चाहिए. कैफ ने ट्वीट में लिखा- मैं मज़बूती से इस बात पर यक़ीन करता हूं कि हत्याओं की कोई सफाई नहीं हो सकती. अंग्रेजी में किए अपने ट्वीट में कैफ कहते है कि- हत्यारे कभी भी किसी समुदाय के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हो सकते. उदयपुर में बेरहमी से की गई हत्या इस सभ्य समाज के लिए शर्म की बात है.
कन्हैयालाल की हत्या क्यों हुई ?
उदयपुर में कन्हैयालाल के हत्यारे गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज़ अख्तारी ने हत्या के बाद एक वीडियो जारी करते हुए सफाई दी. उदयपुर मर्डर के फुल वीडियो में उन्हौने जो बयान दिया है उसमें कह रहे है कि कन्हैयालाल ने नुपुर शर्मा का समर्थन किया था. जिसकी वजह से उसकी हत्या की गई है. आपको बता दें कि पिछले महीने नुपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी की थी. जिस पर काफी विवाद हुआ था.
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कन्हैयालाल की हत्या कैसे हुई थी
ये घटना 28 जून की दोपहर करीब ढ़ाई बजे की है. उस दिन ये दोनों आरोपी मृतक कन्हैयालाल की दुकान पर आए थे. दुकान पर आते ही दोनों ने पूछा की कुर्ता पायजामा सिल दोगे क्या. कन्हैयालाल ने कहा कि क्यों नहीं सिलेंगे. आइए माप देते है. जब कन्हैया एक आरोपी का नाम लेता है तो उस समय दूसरा आरोपी घटना का वीडियो बनाता है. कन्हैया नाप लेता है और उसे कागज पर नोट करता है.
जैसे ही नाप लेकर कन्हैयालाल साहू पीछे मुड़ते है. दूसरे आरोपी ने धारदार हथियार से उसकी गर्दन पर हमला कर दिया. कन्हैया चीखने चिल्लाने लगता है. वो लोगों से पूछता है कि मैनें किया क्या है. हमलावर कोई जवाब नहीं देते है. वो वार पर वार करते जाते है. उसकी गर्दन पर तब तक वार किए गए जब तक वो बेदम नहीं हो गया. हत्या के बाद दोनों आरोपी वहां से 2611 नंबर की बाइक से राजसमंद की तरफ भाग गए. ये बाइक आरोपियों ने 2013 में खरीदी थी. आरोपियों ने मुंबई हमले की तारीख 2611 होने की वजह से 5 हजार रुपए ज्यादा देकर इसी नंबर की गाड़ी खरीदी थी.
उदयपुर हत्याकांड आरोपी कैसे पकड़े गए
हत्या के बाद भागे आरोपी मावली, महासतियों की मादड़ी (राजसमंद) होते हुए देवगढ़ पहुंचे. आरोपी रियाज 6 महीने पहले देवगढ़ में ही मोटर गैराज में काम करता था. लेकिन यहां मदद नहीं मिली तो आरोपी भीम के लिए निकल गए. इसी बीच देवगढ़ पुलिस ने भी उनका पीछा शुरु कर दिया था. आगे भीम पुलिस को भी सूचना दे दी गई. हाईवे पेट्रोलिंग टीम ने हाईवे जाम कर दिया तो देवगढ़ और भीम पुलिस उनका लगातार पीछा करती रही.
करीब 170 किलोमीटर भागने के बाद शाम 5 बजे आरोपियों को आडावाणा- जस्साखेड़ा के पास दबौच दिया. ये जगह भीम से करीब 10 किलोमीटर दूर है. हत्या के बाद से पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर दौरा रद्द कर वापिस जयपुर लौटे. देर रात तक आला अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद सुबह वो यहां से उदयपुर पहुंचे. उदयपुर में मृतक कन्हैयालाल के परिजनों से मुलाकात की. उसके बाद उस पुलिस जवान से भी मिले जो भीड़ को नियंत्रित करते हुए घायल हो गया था.
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