नई दिल्ली: व्हाट्सऐप (WhatsApp) हैक कर जालसाजी करने वाले एक नाइजीरियन युवक को दिल्ली के तिलक मार्ग थाना पुलिस ने बेंगलुरु (Bengaluru) से गिरफ्तार किया. इसकी पहचान ओक्वुडिरी पासचल के तौर पर हुई है. ये लोगों के व्हाट्सऐप अपग्रेड कराने के नाम पर उनका व्हाट्सऐप हैक कर उन्हीं के जानकारों से ठगी करता था. इसकी निशानदेही पर सात मोबाइल, चार सिम, आठ एटीएम कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं.


डीसीपी ने रखी नजर


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नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी दीपक यादव के मुताबिक दो अक्टूबर को रंगलाल जमुदा ने एक शिकायत दी थी. उन्होंने बताया कि उन्हें एक व्हाट्सऐप मैसेज आया कि उनका व्हाट्सऐप अपग्रेड किया जा रहा है. इसके लिए उन्हें एक छह नंबर ओटीपी दिया गया था. जैसे उन्होंने ओटीपी अपने व्हाट्सऐप पर दर्ज किया तो उनका व्हाट्सऐप हैक हो गया.


रिश्तेदारों तक पहुंचने लगे कॉल


उसके बाद उन्हें पता चला कि उनके जानकारों और रिश्तेदारों उन्हीं के व्हाट्सऐप नंबर से मैसेज भेजकर पैसें मांगे जाने लगे. तिलक मार्ग थाने की पुलिस को तफ्तीश में पता चला कि जालसाज बेंगलुरु के बनासवाड़ी के बैंक के एटीएम बूथ से पैसे निकाल रहा है. इसके बाद पुलिस टीम बेंगलुरु गई. वहां इस दौरान पुलिस टीम ने जालसाज को एटीएम बूथ में पैसे निकालने के दौरान ही पकड़ लिया.


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ऐसे होती है ठगी


जांच में पता चला है कि आरोपी व्हाट्सऐप को हैक करने के बाद पीडि़तों के मोबाइल की कॉन्टैक्ट लिस्ट में शामिल लोगों को अपना अकाउंट नंबर भेजकर मदद के नाम पर ठगी करता था. इसके अलावा सोशल मीडिया पर दोस्त बनाकर तो कभी हर्बल सीड्स के नाम पर भी ठगी की जाती थी. गैंग में कई लोग शामिल हैं, जो पुलिस छापे के दौरान फरार हो गए. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. पूछताछ में पता चला कि जालसाज देशभर में सौ से अधिक लोगों के साथ ठगी कर चुका है. वह एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों के गैंग को चला रहा है.