नई दिल्ली : दलितों पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने सोमवार को इस हिंसा को ‘अमानवीय’ करार दिया और राज्य सरकारों से ‘सामुदायिक सौहार्द एवं विश्वास बिगाड़ने’ की कोशिश करने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया।


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हालांकि आरएसएस के आनुषांगिक संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने गौरक्षा से संबंधित अपना कार्य जारी रखने का निश्चय प्रकट किया और कहा कि वह यह लंबे समय से कर रहा है और यह कार्य जारी रखेगा।


आरएसएस के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने एक बयान कहा, ‘हम समाज के सभी वर्गों से उन तत्वों से सजग रहने की अपील करते हैं जो सामुदायिक सौहार्द और विश्वास के माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं। हम प्रशासन से ऐसे व्यक्तियों एवं समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उम्मीद करते हैं जो कानून तोड़ते हैं।’ जोशी आरएसएस के प्रमुख (सरसंघचालक) मोहन भागवत के बाद संगठन में दूसरे नंबर पर आते हैं।


यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि आरएसएस ने दलितों पर हमले की निंदा करते हुए कल भी बयान जारी किया था।


जोशी ने कहा कि दलितों का उत्पीड़न करने के लिए किसी के द्वारा कानून अपने हाथों में लेना न केवल अवैध है बल्कि अमानवीय भी है।