नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए दुनियाभर के देशों को वैक्सीन का इंतजार है. इस बीच भारत के लिए टीके को लेकर अच्छी खबर है और बताया जा रहा है कि रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी (Sputnik-V) की पहली खेप देश पहुंच चुकी है. बता दें कि रूस ने अगस्त में स्पुतनिक-वी को मंजूरी दी थी और यह दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन है, हालांकि इसके अंतिम चरण का ट्रायल अभी बाकी है.


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हैदराबाद पहुंची स्पुतनिक की पहली खेप
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच हैदराबाद हवाई अड्डे पर रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी के पहुंचने की तस्वीरें वायरल हो रही है. वायरल वीडियो में डॉ. रेड्डीज और स्पुतनिक-वी के लोगो वाले कंटेनरों को एक छोटे ट्रक से उतारते हुए देखा गया है.


92 प्रतिशत प्रभावी है स्पुतनिक-वी
रूस के नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी और रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने बुधवार को घोषणा की थी कि स्पुतनिक-वी वैक्सीन ने उच्च प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है और यह वैक्सीन 92 प्रतिशत तक प्रभावी पाई गई है.


2 साल तक इम्युनिटी देती है स्पुतनिक-वी वैक्सीन
रूसी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फण्ड (RDIF) के मुताबिक स्पुतनिक-वी वैक्सीन कोरोना वायरस से 2 साल तक इम्युनिटी देती है, जिसका मतलब है कि एक बार वैक्सीन लग जाने के बाद व्यक्ति को 2 सालों तक कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षा मिलेगी. वहीं कोरोना वैक्सीन बनाने वाली अमरीकी कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोनटेक अपनी वैक्सीन के 90 प्रतिशत असरदार होने का दावा पहले ही कर चुकी हैं.


दूसरे और तीसरे फेज की ट्रायल जल्द होगी शुरू
स्पुतनिक-वी के भारत में ट्रायल और वितरण के लिए हैदराबाद की डॉ. रेड्डी लैबोरेटरीज के साथ करार है. स्पुतनिक-वी की पहली खेप भारत पहुंचने के बाद डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज देश में वैक्सीन का दूसरा और तीसरा ट्रायल शुरू करेगी.


देश में 30 से ज्यादा वैक्सीन पर काम जारी
केंद्रीय डॉ हर्षवर्धन ने शुक्रवार को ब्रिक्स देशों की वार्ता में हिस्सा में लिया, जिसमें उनके साथ बाकी देशों के स्वास्थ्य मंत्री भी मौजूद थे. वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए डॉ. हर्षवर्धन ने ब्रिक्स देश के नेताओं को बताया कि देश ने कोविड की वैक्सीन के लिए देश में 1 मीलियन डॉलर का निवेश किया है और फिलहाल देश में 30 से ज्यादा वैक्सीन पर काम जारी है.