नई दिल्ली: परीक्षाओं में हो रही धांधली में बदनाम कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने अपनी नई तरीके से ब्रांडिग की पहचान जारी की है. इसके तहत अब मौजूदा लोगो (प्रतीक चिन्ह) को बदलते हुए नया लोगो तैयार किया गया है जिसे 1 जनवरी 2019 से अपनाया जाएगा.


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नया लोगो सुनहरे और गहरे लाल रंग में नजर आ रहा है. इस पर अशोक चिन्ह छपा है और सत्यमेव जयते लिखा है. इसके अलावा कर्मचारी चयन आयोग, भारत सरकार लिखा गया है. जबकि इससे पहले एसएससी के प्रतीक चिन्ह का रंग हरा और पीला था. पुराने लोगो पर कर्मचारी चयन आयोग के अलावा लिखा था- 'निष्पक्षता', 'तटस्थता' और 'उपयुक्तता.'



आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि एसएससी ने नया लोगो अपनाया है. 1 जनवरी 2019 को इसे अपनाने के बाद पुराने लोगो को वापस ले लिया जाएगा. बता दें कि हाल ही में एसएससी अपनी परीक्षाओं में धांधली को लेकर विवादों में रहा. मामले ने उस समय तूल पकड़ा, जब एसएससी सीजीएल की ऑनलाइन परीक्षा शुरू होने से पहले ही उसका प्रश्नपत्र ऑनलाइन लीक हो गया. इसके बाद परीक्षा पहले कुछ घंटे के लिए स्थगित और बाद में रद्द कर दी गई थी. तभी से एसएससी की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं.


कर्मचारी चयन आयोग, भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण महकमे का संबद्ध कार्यालय है, जिसमें अध्यक्ष, दो सदस्य और सचिव-सह-परीक्षा नियंत्रक शामिल हैं जिन्हें केंद्र सरकार अपॉइंट करती है.  इस आयोग की स्थापना 1977 में हुई थी. इसका हेडक्वार्टर नई दिल्ली में है.


जल्द ही होगा परीक्षाओं का ऐलान
एसएससी जल्द ही सीजीएल 201, जीडी 2018 और जेएचटी 2019 और स्टेनोग्राफर की परीक्षाओं के लिए तारीखों का ऐलान कर सकता है. एसएससी की ऑफिशियल बेवसाइट पर यह देखने को मिलेगा. आंकड़ों की मानें तो हर साल तकरीबन 50 लाख से ज्यादा उम्मीदवार एसएससी की परीक्षाओं के लिए आवेदन करते हैं.