आश्रम की चारदीवारी में रेप, बाहर निकलने पर रोक, चंगुल से निकली पीड़िता की आपबीती से खौल उठेगा खून
पुलिस ने बताया कि पीड़ित लड़की ने अपनी शिकायत में आश्रम के संचालक के बारे में कई आरोप लगाए. लड़की ने बताया कि पूर्णानंद ने कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया. यहां तक कि उसे मानसिक रूप से भी परेशान किया और आश्रम से बाहर निकलने पर रोक लगा रखा था.
Sexual assault with minor girl in Gnanananda Ashram: आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से ओटीटी पर मशहूर वेब सीरीज 'आश्रम' की कहानी जैसा मामला सामने आया है. 'आश्रम' वेब सीरीज में आश्रम का संचालक लड़कियों का सोशन करता था, उन्हें प्रताड़िता करता था और बाहर की दुनिया से उन्हें दूर रखता था. ऐसा ही मामला यहां के वेंकोजी पालेम (Gnanananda Ashram, Venkoji) में मौजूद ज्ञानानंद आश्रम से सामने आया है. पीड़ित लड़की ने आश्रम के संचालक के काले कारनामों की पूरी कहानी पुलिस को बताई है और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.
नाबालिग पीड़िता ने आश्रम के संचालक पूर्णानंद सरस्वती (Purnananda Saraswati) पर यौन शोषण और मानसिक प्रताड़ना का केस दर्ज करवाया है. इस मामले में पुलिस ने आश्रम के संचालक पूर्णानंद सरस्वती को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ कर रही है. इधर, पुलिस ने पीड़ित लड़की को भी मेडिकल टेस्ट के लिए भेजा है.
पुलिस ने बताया कि पीड़ित लड़की ने अपनी शिकायत में आश्रम के संचालक के बारे में कई आरोप लगाए. लड़की ने बताया कि पूर्णानंद ने कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया. यहां तक कि उसे मानसिक रूप से भी परेशान किया और आश्रम से बाहर निकलने पर रोक लगा रखा था.
पीड़िता ने बताया कि वो चाहकर भी आश्रम से बाहर नहीं निकल पा रही थी. लेकिन एक बार उसे मौका मिला और वो सीधे विजयवाड़ा तक पहुंच गई. इसके बाद उसने पुलिस स्टेशन में शिकायत की और मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने बताया कि लड़की के माता-पिता की मौत हो चुकी है. मां-बाप के नहीं होने पर वो अपनी नानी के यहां रहने लगी थी. इसी दौरान उसकी ननीहाल पक्ष ने उसे आश्रम में भर्ती करवा दिया था. हालांकि, आश्रम में उसके साथ बहुत बुरा हुआ और उसे यौन शोषण का शिकार होना पड़ा. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और आरोपी से पूछताछ कर रही है.